चुल्हे पर बना खाना लाजवाब होता था। हालांकि इसका इस्तेमाल गांव के कुछ ही घरों में ही रह गया है। ऐसे में कई लोगों को आज भी चुल्हे पर बना खाना खाने का मन करता है।
पुरान समय की जब बात होती है तो अक्सर आपने दादी-नानी को चुल्हे पर खाना बनाने की बात को कहते सुना होगा। हालांकि अब चुल्हों पर खाना बनना धीरे-धीरे खत्म हो गया है। गांव के भी कुछ ही घरों में चुल्हों पर खाना बनता है। हालांकि इस बात से शायद ही कोई इंकार करेगा कि चुल्हे पर बने खाने के आगे गैस का खाना फीका है। फिर चाहें वह शाही पकवान ही क्यों न हों। चुल्हे पर बने खाने में एक अलग ही फ्लेवर आता है। ये स्मोकी फ्लेवर गैस के बने खाने में कहा होता है। हालांकि अगर आप गैस के बने खाने में चुल्हे वाला स्मोकी फ्लेवर चाहते हैं तो आप कुछ टिप्स को अजमां सकते हैं।
गैस के खाने में कैसे लाएं चुल्हे वाला सौंधापन
बड़ी इलायची
खाने में स्मोकी फ्लेवर के लिए आप बड़ी इलायची का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए बड़ी इलायची को लें और इसे गर्म करें। फिर इसे गर्म-गर्म ही खाने में डालकर ढक दें। चाहें तो लाल मिर्च का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रखें लाल मिर्च तीखी वाली न हो और इसे जलाते समय अपनी नाक को अच्छे से कवर करें।
चारकोल
तंदूरी फ्लेवर के लिए ये ट्रिक बेहतरीन है। इसके लिए गैस पर चारकोल का छोटा सा टुकड़ा जलाएं। फिर इसे छोटे से कटोरे में रख दें। फिर इस कोल में घी डालें और इस कटोरी को खानमें रख दें। ताकी खाने में इसके धूएं का सौंधापन आ जाए।
मिट्टी का दीपक
पुराने समय में खाना मिट्टी के बर्तनों पर ही पकाया जाता था। खाने में मिट्टी के बर्तन वाली खुशबू चाहते हैं तो आप एक दीपक को चूल्हे की आंच पर तब तक रख सकते हैं जब तक कि यह अच्छी तरह से गर्म न हो जाए। फिर उसमें घी डालें और दीपक को खाने में डालकर कुछ मिनट के लिए ढक दें।
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