केरल। Monkeypox Guidelines! देश में मंकीपॉक्स के संक्रमण का पहला केस केरल के कोल्लम में मिला। मरीज यूएई से लौटा है। वह मंकीपॉक्स से संक्रमित एक मरीज के संपर्क में था।
Monkeypox Guidelines! उसके नमूने जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए थे। वहां इसकी पुष्टि हुई। मरीज को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। उसका इलाज जारी है।
Monkeypox Guidelines! ऐसे में केंद्र सरकार सतर्क मोड़ पर आ गई है। वह घातक बीमारी से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। पुणे स्थित आईसीएमआई-एनआईवी ने देशभर में 15 लैब को परीक्षण की ट्रेनिंग दी है।
Monkeypox Guidelines! केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को मंकीपॉक्स के प्रबंधन के लिए गाइड लाइंस जारी कर दी है। इसके अनुसार विदेश यात्राओं के दौरान लोगों को बीमार लोगों के साथ संपर्क से बचना चाहिए।
- विदेश से आए लोग बीमार लोगों से दूरी बनाए रखें। खासतौर पर त्वचा व जननांग में जख्म वाले लोगों से दूर रहें।
- बंदर, चूहे, छछुंदर और अन्य जीवों से दूर रहें।
- मृतक या जीवित जंगली जानवरों और अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचे।
- मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है। इसमें बुखार के साथ बॉडी पर रेशेस आते हैं। इसके लक्षण चेचक के समान हैं।
- साल 2003 में मंकीपॉक्स का पहला केस सामने आया था।
- जंगली जीवों का मांस नहीं खाने की सलाह दी गई है।
- बीमार लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री जैसे कपड़े, बेड आदि से दूर रहें।
- देश के आगमन के हर प्वाइंट पर टेस्टिंग, ट्रेसिंग और सर्विलांस टीम का गठन किया जाए।
- अस्पतालों में तय प्रोटोकॉल के तहत इलाज और क्लिनिकल मैनेजमेंट होना चाहिए।
- संदिग्ध मामलों की टेस्टिंग और स्क्रीनिंग एंट्री प्वाइंट्स और कम्युनिटी में की जाएगी।
[metaslider id="347522"]