उर्वरक का भण्डारण और उर्वरक की मात्रा में भिन्नता पर की गई कार्यवाही, कलेक्टर पर निर्देश पर खाद की कालाबाजारी रोकने चलाया जा रहा अभियान

जांजगीर-चांपा 14 जुलाई । कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देशानुसार एवं उप संचालक कृषि श्री एम.आर. तिग्गा जांजगीर के मार्गदर्शन में राजस्व एवं कृषि विभाग की संयुक्त टीम द्वारा जिले में संचालित खाद एवं बीज विक्रेताओं के फर्म का 13 जुलाई को औचक निरीक्षण किया गया। छ.ग. शासन व जिला प्रशासन की मंशानुरूप किसानों को उचित दर पर पीओएस मशीन से खाद वितरण एवं कालाबाजारी रोकने के लिए जिले में संचालित विकासखण्ड सक्ती के मेसर्स विकास खाद भण्डार, बालाजी खाद भण्डार व श्री राम सीड्स के द्वारा अनुज्ञप्ति पत्र में दर्शित गोदाम के अतिरिक्त अन्य गोदाम में उर्वरक का भण्डारण किया जाना पाया गया। जिसमें उर्वरक निरीक्षक एवं संयुक्त दल द्वारा उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 की खण्ड -7 प्रधाधिकार ज्ञापन A (1) का शर्त क्रमांक 02 का उल्लघंन के फलस्वरूप उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 की धारा 28 (D) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उक्त गोदाम में रखे उर्वरक को जप्त कर विक्रय प्रतिबंध करते हुए गोदाम सील बंद की कार्यवाही किया गया। बालाजी खाद भण्डार सक्ती के पीओएस मशीन व गोदाम में उपलब्ध उर्वरक की मात्रा में भिन्नता के फलस्वरूप धारा 35 का उल्लंघन पाये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।


उक्त कार्यवाही के दौरान संयुक्त संचालक कृषि एम.के.चौहान, उप संचालक कृषि एम.आर. तिग्गा, अनुविभागीय कृषि अधिकारी सक्ती कृत राज, अनुविभागीय कृषि अधिकारी जांजगीर एन.के. भारद्वाज, अनुविभागीय कृषि अधिकारी पामगढ़ पंकज पटेल, तहसीलदार श्री मनमोहन प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार शिव कुमार डडसेना, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सक्ती जे.के. साहू व कृषि विकास अधिकारी आर.एल पटेल एवं अन्य विभागीय उपस्थित थे।

जिले के उर्वरक/बीज/कीटनाशक निरीक्षकों द्वारा किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक/बीज/कीटनाशक प्राप्त हो सके जिसके लिए जिले के सभी विकासखण्डों में उर्वरक/बीज/कीटनाशक निरीक्षकों द्वारा लगातार जिले के सभी कृषि केन्द्रों में निरीक्षण का कार्य किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाये पर अब तक 36 कृषि केन्द्र संचालकों को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया। जिसमें से 09 कृषि केन्द्र संचालकों के विरूद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश की धारा 1985 के खण्ड-5 एवं 35(1) (A) उल्लंघन पाये जाने पर उर्वरक का जप्ती कर विक्रय प्रतिबंधित किया गया है। इसके अतिरिक्त 03 कृषि केन्द्र संचालकों के विरूद्ध बीज नियंत्रण आदेश 1983 के खण्ड-3 एवं खण्ड-18 (1) (2) का उल्लंघन पाये जाने पर गोदान का सील बंद करते हुए विक्रय प्रतिबंधित किया गया। एवं 1 उर्वरक विक्रेता का लाइसेंस निलंबन किया गया।

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