देवगुड़ी के जीर्णोद्धार में मूल स्वरूप परिवर्तित नहीं किया जाए -कमिश्नर

कमिश्नर ने किया बीजापुर जिले के समाज प्रमुखों से चर्चा

बीजापुर । कमिश्नर  श्याम धावड़े ने कहा कि देवगुड़ी, मातागुड़ी, पेनगुडी के जीर्णोद्धार कार्य में देवगुड़ी का मूल स्वरूप को परिवर्तित नहीं किया जाए। साथ ही राजस्व रिकार्ड में देवस्थल को संरक्षित करने के कैफ़ियत कालम में भूमि को दर्जकर  रिकार्ड को अद्यतन कर देवस्थल के सेवकों व पुजारियों को कापी देने के निर्देश दिए। उक्त निर्देश आज बीजापुर जिला के जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित अनुसूचित जनजाति समाज प्रमुखों की बैठक में दिए। बैठक में मुख्यमंत्री के भेंट- मुलाक़ात के दौरान प्राप्त आवेदनों का निराकरण और घोषणाओं का क्रियान्वयन के साथ-साथ सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र के निर्माण वितरण तथा त्रुटिसुधार के कार्य, वनाधिकार मान्यता पत्र प्राप्त हितग्राहियों को शासन की योजना का लाभ देने और देवगुडी, मातागुडी के विकास के सम्बंध में कमिश्नर श्री धावड़े ने समाज प्रमुखों से चर्चा किया। बीजापुर जिले के गोंड, परधान, कंवर, उराँव, दोरला और हल्बा समाज के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रभारी कलेक्टर व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रवि साहू, डिप्टी कमिश्नर बीएस सिदार,  माधुरी सोम सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।  कमिश्नर श्री धावड़े ने  देवगुड़ी के समीक्षा के दौरान बैगा, गुनिया, आटपहरिया, बाजा मुहरिया, सिरहा, पुजारियों को राजीव गांधी भूमिहीन कृषक योजना से लाभ देने के निर्देश दिए । देवगुड़ी स्थल के परिसर में फलदार, छायादार और फूलदार पौधे का रोपण करवाने कहा। शासन की प्राथमिकता वाले योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाए। कमिश्नर ने सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र  के सम्बंध में समाज प्रमुखों से हो रही समस्याओं की जानकारी ले कर राजस्व अधिकारियों को समस्या का निराकरण कर प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए। मात्रात्मक त्रुटिसुधार के कार्य में अंग्रेज़ी के शब्दों के आधार पर जारी करें। नवजात बच्चों के लिए जाति प्रमाण पत्र के आवेदन प्राप्त होने पर राजस्व अधिकारी  समय सीमा में निराकरण करें। जिले में वनाधिकार मान्यता पत्र के दस हजार से अधिक का वितरण किया गया है जिस पर कमिश्नर ने ऋणपुस्तिका का वितरण, केसीसी कार्ड बनाने, भूमि सुधार सहित अन्य विकास कार्य करने के निर्देश दिए। वन अधिकार पत्र में हितग्राही के साथ -साथ परिवार के सदस्यों का नाम भी दर्ज करवाए। कमिश्नर श्री धावड़े ने  जिले में कृषि कार्य को प्रोत्साहित करने, कृषक पंजीयन बढ़ाने और केसीसी कार्ड अधिक से अधिक बनाने के निर्देश दिए।  उन्होंने जिले में राशन कार्ड की स्थिति, खाद-बीज वितरण, मनरेगा के तहत कार्यों की प्रगति, पौधारोपण की स्थिति का संज्ञान लेकर आवश्यक निर्देश दिए। सर्पदंश के मामलों में मरीज़ का इलाज अस्पताल में करवाने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने जिले के स्कूलों में ड्रापआऊट दर अधिक है इसके लिए समाज प्रमुख अपने समाज के बच्चों को स्कूल में पूरी पढ़ाई करवाने कहा। जिले में सोलर पंप सुधार, सबमर्शिबल पम्प सुधार करने वाले और राजमिस्त्री जैसे कार्यों के लिए युवाओं को प्रशिक्षण आजीविका मिशन के तहत किया जाए।

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