बिलासपुर। ईद-ए-अजहा (बकरीद) पर आज मस्जिदों में नमाज अदा की जा रही है। न्यायधानी के सभी मस्जिदों में नमाज अदा करने के बाद समाज के लोग एक दूसरे को मुबारकबाद दे रहे हैं। कोरोना महामारी के दो साल बाद बकरीद का पर्व गुलजार हुआ है। समाज के लोग शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में खुशियां मना रहे हैं।
हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम और उनके बेटे हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम की याद में हिजरी सन के आखिरी(बारहवें) महीने “जिल्हज्ज” की 10 तारीख को मनाया जाता है। इस साल 10 जुलाई को यह पर्व मनाया जा रहा है। ईद-ए-अजहा की नमाज ईदगाह के साथ-साथ शहर की सभी मस्जिदों में नमाज अदा की जा रही है। ईदगाह के बाद वहां पर नमाज हुई। सुबह 8.15 से 8.30 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। यह त्योहार कुर्बानी और आपसी भाईचारे का पैगाम देता है।
इस दिन शहर और आसपास के मुस्लमान सुबह ईदगाह में जमा होकर ईद की नमाज अदा कर रहे हैं। सुबह से बिलासपुर में जबरदस्त माहौल है। मुस्लिम परिवार के लोग नमाज के बाद अमन चैन व शांति की दुआएं मांग रहे हैं। मुसलमान आपस में गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं। सुब्हानिया अंजुमन इस्लामिया बिलासपुर के नाएब सदर हाजी मोहम्मद इस्माईल रज्ची ने यह ऐलान किया था कि 10 जुलाई को ईद-ए-अजहा का त्योहार मनाया जाएगा। ईदगाह में ईद-ए-अजहा की नमाज सुबह आठ बजे अदा की गई।
नगर विधायक ने ईद-उल-अजहा के मौके पर ईदगाह पहुंचकर मुबारकबाद दी
ईद-उल-अजहा का त्यौहार हमें भाईचारे के साथ रहने,एक-दूसरे के जज्बात की कद्र करने, आपस में हमदर्दी रखने और सच्चाई की राह पर चलते हुए अपने देश के लिए हर कुर्बानी देने की सीख देता है। साथ ही यह त्यौहार नेक नीयत के साथ समाज के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहने की प्रेरणा देता है। कुर्बानी का यह दिन त्याग और बलिदान की भावना को मजबूत करता है।
ईद-उल-अजहा के इस मुबारक मौके पर प्रदेशवासियों से प्रदेश एवं देश में अमन-चैन एवं खुशहाली की दुआ करने के साथ ही सामाजिक सद्भाव की महान परम्परा को और मजबूत बनाने का संकल्प लेने का आह्वान है।
शनिवार को रही बाजार में रौनक
बकरीद को लेकर एक दिन पहले शनिवार को बाजार में जबरदस्त रौनक रही। कोई कपड़ा खरीद रहा तो कोई सेवाईंयां। इस साल ईत्र का बाजार भी बूम रहा। शनिचरी में बकरा खरीदने शाम तक भीड़ पहुंचती रही। वहीं आज सुबह से चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात है। शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने लोगों हर संभव प्रयास में जुटे हैं।
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