एसोसिएशन ऑफ स्कूल एंड कॉलेज ऑफ ऑप्टोमेट्री के अनुसार विटामिन बी 12 मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं के कार्य और विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। आइए, जानते हैं आंखों की कमजोरी से जुड़े कुछ फैक्ट्स
विटामिन और खनिज आवश्यक पोषक तत्व हैं, जो शरीर को काम करने के लिए एक्टिव रखने से लेकर इंफेक्शन से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। इससे हमारी हड्डियों की ताकत बढ़ती है और हमारा दिमाग भी एक्टिव बनता है। यूनाइटेड किंगडम की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के अनुसार, विटामिन और खनिज पोषक तत्व हैं, जो आपके शरीर को ठीक से काम करने और स्वस्थ रहने के लिए कम मात्रा में चाहिए। कम मात्रा होने के बावजूद कई लोग प्रोटीन का ध्यान तो रख लेते हैं, लेकिन उन्हें विटामिन और खनिज का ध्यान नहीं होता है।
विटामिन और खनिज आवश्यक पोषक तत्व हैं, जो शरीर को काम करने के लिए एक्टिव रखने से लेकर इंफेक्शन से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। इससे हमारी हड्डियों की ताकत बढ़ती है और हमारा दिमाग भी एक्टिव बनता है। यूनाइटेड किंगडम की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के अनुसार, विटामिन और खनिज पोषक तत्व हैं, जो आपके शरीर को ठीक से काम करने और स्वस्थ रहने के लिए कम मात्रा में चाहिए। कम मात्रा होने के बावजूद कई लोग प्रोटीन का ध्यान तो रख लेते हैं, लेकिन उन्हें विटामिन और खनिज का ध्यान नहीं होता है।
किन दो विटामिन्स की कमी से शुरू होती है हेल्थ प्रॉब्लम्स
विशेषज्ञों का मानना है कि विटामिन ए और बी12 की कमी होने से आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है, अगर इलाज न किया जाए तो आंखों की रोशनी तक जा सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, विटामिन ए की कमी कॉर्निया को बहुत शुष्क बनाकर अंधेपन में योगदान करती है, जिससे रेटिना और कॉर्निया को नुकसान पहुंचता है। एक शोध के मुताबिक 250,000-500,000 बच्चे, जो विटामिन ए की कमी वाले हैं, वे हर साल अंधे हो जाते हैं, और उनमें से आधे अपनी दृष्टि खोने के 12 महीनों के भीतर मर जाते हैं। इसी तरह विटामिन बी12 की कमी से भी आंखों की रोशनी कम हो सकती है। एसोसिएशन ऑफ स्कूल एंड कॉलेज ऑफ ऑप्टोमेट्री के अनुसार विटामिन बी 12 मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं के कार्य और विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। इसकी अपर्याप्तता से ऑप्टिक न्यूरोपैथी हो सकती है। इसके अलावा सिर में दर्द, आंखों में खुजली, सूखापन जैसी प्रॉब्लम्स भी हो सकती है।
कैसे दूर करें इन विटामिन्स की कमी
एनएचएस के अनुसार, पनीर, अंडे, तैलीय मछली, फोर्टिफाइड लो-फैट स्प्रेड, दूध और दही और लीवर उत्पाद विटामिन ए के कुछ बेहतरीन खाद्य स्रोत हैं। यूके की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा, “आप अपने आहार में बीटा-कैरोटीन के अच्छे स्रोतों को शामिल करके भी विटामिन ए प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि शरीर इसे रेटिनॉल में बदल सकता है।” पीली, लाल और हरी (पत्तेदार) सब्जियां, जैसे पालक, गाजर, शकरकंद और लाल मिर्च और पीले फल, जैसे आम, पपीता और खुबानी बीटा-कैरोटीन के अच्छे स्रोत हैं।
जहां तक विटामिन बी 12 का संबंध है, आप इसकी पर्याप्त एनिमल फैट जैसे बीफ, पोर्क, हैम, पोल्ट्री, भेड़, मछली (टूना और हैडॉक),सी फूड्स शेलफिश और केकड़ा, डेयरी उत्पादों जैसे अंडे, दूध, के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा पनीर और दही भी अच्छे ऑप्शन्स हैं।
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