कलेक्टर ने किया कोमलदेव जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण

उत्तर बस्तर कांकेर । कलेक्टर ने शुक्रवार को प्रातः कोमलदेव जिला चिकित्सालय कांकेर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, जनरल वार्ड, पुरूष एवं महिला वार्ड, डायलिसिस कक्ष, एमआरआई, सीटी स्केन, सोनोग्राफी, एक्स-रे, रेडियोलॉजी, पैथॉलोजी और हमर लैब, सॉइटोलॉजी कक्ष इत्यादि का अवलोकन कर सिविल सर्जन डॉ. आरसी ठाकुर को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

निरीक्षण के दौरान जनरल वार्ड में उन्होंने मरीजों से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली तथा उन्हें समय पर खाना खाने तथा डॉक्टरों द्वारा दी गई दवाई को समय पर खाने के लिए समझाईश दिया। अस्पताल में भर्ती मरीज बी.एससी अंतिम वर्ष की छात्रा ज्योति कोरोटी से उपचार के संबंध में जानकारी ली तथा उन्हे अच्छी पढ़ाई कर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। अस्पताल में भर्ती मरीज ग्राम जुनवानी के कृष्ण कुमार सलाम, धनोरा के समारू मरकाम, दुधावा के कविता बाई, भानपुरी के कुलेश्वर सिन्हा, पटौद के डिपेश्वरी और बुदाबाई तथा अंतागढ़ के हंसराज से उनके स्वास्थ्य एवं उपचार के संबंध में पूछताछ किया तथा शीघ्र स्वस्थ्य होने के लिए समय पर दवाई खाने एवं खान-पान पर ध्यान देने के लिए समझाईश दिया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में भर्ती मरीज हंसराज ने व्हील चेयर दिलाने का अनुरोध कलेक्टर से किया, जिस पर उन्होंने शीघ्र व्हील चेयर दिलाने का भरोसा दिलाया।

कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा अस्पताल में राऊन्ड के समय सिविज सर्जन सहित सभी डॉक्टरों को एप्रॉन पहनने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने डायलिसिस यूनिट में मेडिकल ऑफिसर की ड्यूटी लगाने तथा पिछले दो महिने में कांकेर जिले के डायलिसिस करने वाले मरीजो तथा उनके निवास क्षेत्र की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश सिविल सर्जन को दिये। हमर लैब में टेक्नीशियन की संख्या बढ़ाने के लिए अन्य प्रोग्राम में पदस्थ लैब टेक्नीशियन की ड्यूटी हमर लैब में लगाने तथा उन्हें 8-8 घण्टे रोस्टर में ड्यूटी लगाने के लिए सिविज सर्जन को निर्देशित किया गया।

जिला चिकित्सालय के सभी अधिकारी कर्मचारियों को समय पर तथा ड्रेसकोड में ड्यूटी पर आने के निर्देश दिये गये। सिविल सर्जन डॉ.आरसी ठाकुर को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ-साथ साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जाये तथा दिन में दो बार शौचालय की सफाई कराई जावे। अस्पताल में अपनी सेवा देने वाले नर्सिंग कॉलेज की विद्यार्थियों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देशित किया गया। डॉक्टरों को निर्देशित करते हुए उन्होंनें कहा कि मरीजों की संतुष्टि को लक्ष्य मानते हुए कार्य किया जावे। निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ.आरसी ठाकुर, डॉ. डीएन नाग, डॉ. के.के सोम, डॉक्टर लोकेश देव, डॉ.मनिष जैन सहित अस्पताल के अन्य स्टॉफ एवं निज सहायक असलम सरवैय्या भी मौजूद थे।