बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच मीना बाजार, कहीं चूक न हो जाए

रायगढ़ । जन्माष्टमी उत्सव के लिए दो मीना बाजार लगाए जा रहे हैं। शहर के मौदहा पारा मिट्ठू गुड़ा मार्ग के बीच खाली पड़े बेशकीमती निजी भूखंड में मोटा किराए देकर मीना बाजार लगाए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। वैसे तो रायगढ़ का जन्माष्टमी मेला पूरे प्रदेश में विख्यात है, परंतु पिछले 2 सालों से कोविड-19 की वजह से मीना बाजार के नहीं आने पर भी शहर की जनता को कोई फर्क एवं कमी महसूस नहीं हो पाई थी। इस बार साल की शुरुआत में हालांकि हालात नियंत्रण में आ गए थे, परंतु अब समय समय कोरोना मामा संक्रमण ने प्रदेश में पुनः अपने पैर फलाने शुरू कर दिए हैं। जिस वजह से लगता है कि आने वाले माह में कोविड-19 रफ्तार बहुत तेज हो जाएगी। यदि इस पर लगाम ना कसी जाएगी तो हालात बद से बदतर होने में समय नहीं लग पाएगा। कोरोना की दूसरी लहर में पूरे शहर ने काफी होनहारों, प्रतिभावान, प्रसिद्ध लोगों को खोया है। जिससे सबक लिया जाना ही श्रेष्ठ कर होगा।

चूंकि अब केंद्र सरकार ने कोविड-19 की एडवाइजरी जारी कर सभी हवाई अड्डे पर एवं राज्यों की सभी सीमाओं पर कोविड-19 की जांच करवाने की आवश्यकता पर कड़ाई करने के आदेश दे दिए हैं। इन दिनों छत्तीसगढ़ में भी लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा रोजाना कोविड-19 के नए मरीजों की संख्या पुनः बतलानी शुरू कर दी है। जिससे समझ जाना चाहिए कि शहर वासियों के लिए आने वाले तीन काफी कठिन गुजर सकते हैं।

पुलिस बल वैसे भी कम है :
ऐसे समय में किसी भी मेला-रेला का आयोजन किया जाना कदापि उचित नहीं होगा। वैसे भी पुलिस बल की बेहद कमी देखी जा रही है। जिस वजह से पुलिस बॉर्डर की देखरेख करेगी या अपराधों पर नियंत्रण रखेगी या फिर संक्रमण फैलने के समय बनने वाले कंटेनमेंट जोन पर निगाह रखेगी या फिर मेले में रोजाना होने वाली छेड़छाड़, लूटपाट, चोरोंउच्चकों, लड़ाई झगड़ा, को नियंत्रण कर सकेगी। मीना बाजार लगने से पुलिस की जिम्मेदारियां काफी अधिक बढ़ जाएगी। पुलिस को रोजाना शाम को 6:00 बजे से देर रात्रि 12:00 बजे तक मीना बाजार वालों की ड्यूटी बजाने पड़ेगी। इस काल में सावन माह लग जाता है, 15 अगस्त, रक्षा बंधन पर्व भी आते हैं। सावन माह में महादेव के भक्तों की आमदरफ्त बढ़ जाती है। ट्रेनों के माध्यम से, बसों के माध्यम से एवं अन्य साधनों से लोग आते जाते रहते हैं। भक्तजनों के गणवेश में अपराधी तत्व सक्रिय होकर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने में कामयाब हो जाते हैं। हम जिसका उदाहरण पिछले कई सालों में हुए अपराधों के ग्राफ में हुई बढ़ोतरी का आंकलन कर जाना जा सकता है।

कलेक्टर मैम दीजिए ध्यान :
इसलिए मौका रहते समय से पहले ही जिला कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त,स्वास्थ्य अधिकारी, पुलिस अधीक्षक को संज्ञान लेते हुए मीना बाजार के लगने पर रोक लगा देना ही जनहित में श्रेयस्कर कर रहेगा।

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