नागरिक अपनी सहभागिता से करें आस-पास के क्षेत्र का कायाकल्प : कलेक्टर

दुर्ग । कलेक्टर ने खुुर्सीपार का दौरा किया। जहां उन्होंने वार्ड क्रमांक 29, वार्ड क्रमांक 30 में सफाई व्यवस्था को लेकर, वार्ड क्रमांक 33 बापू नगर जोन -02, वार्ड क्रमांक 49 (सुभाष मार्केट) और वार्ड क्रमांक 50 का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वार्ड के लोकल नागरिकों से वार्ड की समस्याओं को लेकर गहन चर्चा की। जिसमें नालियों के ब्लाक होने, नाली के पाईप लाईन में रिसाव और कचरे की डंपिंग को लेकर समस्यायें सामने आई। जिस पर कलेक्टर ने वहां उपस्थित संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र में लगातार मॉनीटरिंग कर युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को सभी समस्याओं को चिन्हीत कर एक प्रोपर लेआउट बनाने के लिए कहा और समस्या के अनुरूप छोटे-छोटे टार्गेट सेट कर स्थायी कार्य करने का अपना सुझाव दिया। उन्होंने उपस्थित वार्डवासियों से सहभागिता के माध्यम से अपना योगदान देने के लिए भी कहा ताकि आसपास के क्षेत्र का कायाकल्प हो सके। कचड़े के बेहतर प्रबंधंन के लिए उन्होंने वार्डवासियों को कचड़ा लेने आने वाली गाड़ी में ही घरेलु अवशिष्ट पदार्थों को डंप करने के लिए कहा।

खाली जगहों का किया जाएगा सौंदर्यीकरण : अपने निरीक्षण के दौरान कलेक्ट ने पाया कि वार्ड में स्थित खाली जगह को लोग डंपिंग यार्ड के रूप में तबदील कर रहे है। इसलिए उन्होंने उपस्थित जोन कश्निर और अन्य संबंधित अधिकारियों को इस स्थानों के सौंदर्यीकरण के लिए इनका घेराव कर इसमें वृक्षारोपण करने के लिए कहा।

गोकुल नगर के सार्वजनिक शौचलय का होगा जीर्णोद्धार : गोकुल नगर की महिलाओं द्वारा कलेक्टर को वहां के सार्वजनिक शौचालय की समस्या से अवगत कराया गया। जिस पर कलेक्टर ने क्षेत्र के सुपरवाईजर को इसके शीघ्र मेंटेनेंस के निर्देश दिये।

आम सड़क के घेराव की स्थिति पे वसूला जाएगा अर्थदंड- वार्ड के आम सड़कों पर कई स्थानों में निरीक्षण के दौरान घेराव की स्थिति दिखी। जिस पर कलेक्टर ने प्रथमा समझाइश के माध्यम से इसका निपटारा करने की बात कही और बात न मानने की स्थिति पर घेराव करने वाले असामाजिक तत्वों पर अर्थदंड लगाये जाने के लिए उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया।

नालियों की जाएगी लेवलिंग कर और चेंबर पर लगाए जाएंगे ढक्कन- कलेक्टर ने जोन कमिश्नर को नालियों के ब्लॉकेज से छुटकारा पाने के लिए नालियों के लेवलिंग करने की सलाह दी। इसके साथ साथ उन्होंने नालियों के लिए बनाये गये खुले चेंबरों में कोई पशु आहात न हो इसके लिए नालियों के चेंबर को सीमेंट्रीकृत ढक्कन से ढकने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इस अवसर पर लोकेश चंद्राकर आयुक्त, भिलाई निगम उपस्थित थे।

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