डेंगू की रोकथाम के लिए गैराज और टायर रिपेयर दुकानों में टेम्पोस का छिड़काव

घर-घर संपर्क कर लोगों को डेंगू के प्रति किया जा रहा जागरूक

इस सम्बंध में सीएमएचओ आर.के.चतुर्वेदी ने बताया: “डेंगू एक संचारी रोग है। यह फीमेल एडीज मच्छर के काटने से होता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में मच्छर के द्वारा ही फैलता है। तापमान, वर्षा और इस प्रकार की जलवायु परिस्थितियों के आधार पर वेक्टर बोर्न डिजीज में वृद्धि होती है, ऐसी परिस्थितियां मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल होती हैं। हमारा प्रयास इस संचरण चक्र को तोड़ना है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि खुद को संक्रमित एडीज मच्छरों के काटने से बचाएं। इसके साथ ही घर के आसपास कूलर, टायर आदि में पानी जमा नहीं होने दें, जमें हुए पानी में मच्छर अधिक पनपते हैं। इसके अलावा घर के अंदर मच्छरों को भगाने के लिए क्वायल का इस्तेमाल करें, सोते समय मच्छरदानी लगाए। खिड़कियों और दरवाजों को ठीक तरह से बंद रखें, समय-समय पर मच्छर मारने वाली दवाओं का छिड़काव करें और डेंगू के लक्षण नजर आने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।“

आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, ” जगदलपुर शहर के महाराणा प्रताप वार्ड ,डोंगरीपारा एवं खपरा भट्टी में डेंगू से बचाव के लिए विभिन्न गैराज एवं टायर रिपेयर की दुकान में निरीक्षण किया गया। इस दौरान टायरों में अधिक मात्रा में पानी के ठहराव मिले साथ ही उनमें मच्छर के लार्वा भी पाए गए।

मलेरिया दल द्वारा उक्त स्थलों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए, गैराज और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में टेम्पोस के घोल का छिड़काव किया गया। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग एवं शहरी मितानिन द्वारा डेंगू प्रभावित वार्डो के घर घर में सर्दी खांसी बुखार से पीड़ित लोगों का सर्वेक्षण किया गया। महाराणा प्रताप वार्ड में 19 लोगों का रेंडम डेंगू जांच एवं 2 डेंगू सस्पेक्टेड लोगों की रक्त जांच हेतु मेडिकल कॉलेज भेजा गया। जिले में डेंगू की रोकथाम हेतु सर्वे के साथ-साथ पंपलेट एवं घर-घर संपर्क कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।“

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]