सिन्हा ने जिले में किसानों द्वारा फसल लेने की जा रही तैयारी और धान-बीज, खाद के भण्डारण की जानकारी ली। कलेक्टर ने खाद की काला बाजारी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।
कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने पदभार ग्रहण करते ही सर्व प्रथम जिले के सहकारी समितियों में खाद बीज की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा बैठक में उप पंजीयक सहकारिता, जिला विपणन अधिकारी, नोडल अधिकारी सहकारी बैंक एवं प्रबंधक बीज निगम के अधिकारियों को कहा कि यह सर्वाधिक कृषि उत्पादन वाला जिला है। यहां बहुसंख्यक किसान है। ऐसे में जिले के किसानों को खाद-बीज सहित शासन की योजनाओं से वंचित न होना पड़े, इस ओर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है। कलेक्टर ने जिला विपणन अधिकारी से खाद की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली।
विपणन अधिकारी ने बताया कि खरीफ वर्ष 2022-23 में जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से खाद वितरण का लक्ष्य 61500 मीट्रिक टन शासन द्वारा निर्धारित है। जिसके विरूद्ध 32566 मीट्रिक टन खाद का भण्डारण जिले के सहकारी समितियों एवं डबल लॉक गोदाम में किया जा चुका है। जबकि इसी समय पूर्व वर्ष में खाद का भण्डारण 27168 मीट्रिक टन था। जिले के अकलतरा रेक प्वाइंट में खाद की आपूर्ति कंपनियों द्वारा लगातार की जा रही है। नोडल अधिकारी द्वारा बताया गया कि किसानों को खाद का वितरण परमिट के आधार पर सुचारू रूप से किया जा रहा है।
इसी प्रकार प्रबंधक बीज निगम द्वारा बीज भण्डारण के संबंध में जानकारी दी गई कि धान बीज की मांग 65475 क्विंटल के विरूद्ध 54095 क्विंटल की आपूर्ति सहकारी समितियों को की जा चुकी है। मांग अनुसार लगातार बीज की आपूर्ति की जा रही है। जिले में खाद, बीज की उपलब्धता पर कलेक्टर ने संतुष्टि व्यक्त करते हुए अवैध काला बाजारी पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
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