उदयपुर हत्याकांड से एक हफ्ते पहले महाराष्ट्र में भी हुई थी नुपुर शर्मा के समर्थक की हत्या, पुलिस जांच में जताया गया शक

अमरावती। राजस्थान के उदयपुर में एक नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले एक टेलर की दिनदहाड़े हुई हत्या की घटना ने पूरे देश को चौंका दिया है। हालांकि, नुपुर शर्मा के किसी समर्थक की हत्या का यह पहला मामला नहीं है। कम से कम महाराष्ट्र की अमरावती पुलिस की जांच में जो बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक 21 जून को एक दवा विक्रेता की भी इसी तरह गला काटकर हत्या कर दी गई थी। वजह थी- नुपुर शर्मा के समर्थन में उसकी तरफ से किया गया पोस्ट। 

मामले में पुलिस को जो शिकायत दी गई है, उसमें कहा गया है कि घटना 21 जून को रात 10 से 10.30 बजे के बीच हुई, जब उमेश कोल्हे अपना मेडिकल स्टोर बंद कर के जा रहे थे। बेटा संकेत दूसरे स्कूटर से उनके साथ ही था। शिकायतकर्ता के मुताबिक, “जब हम प्रभात चौक की तरफ जा रहे थे, तब महिला कॉलेज न्यू हाई स्कूल के गेट के पास अचानक दो मोटरसाइकिल सवारों ने उमेश को रोक दिया। इसके बाद एक हमलावर ने उनके गले के बाईं तरफ चाकू से वार कर दिया। इससे उमेश खून से लथपथ होकर सड़क पर ही गिर गए।” बेटे संकेत का कहना है कि इस घटना के बाद उसने मदद की आवाज लगाई और लेकिन हमलावर फरार हो चुके थे। आसपास के कुछ लोगों की मदद से उमेश को पास के ही एक्सॉन अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई।

   

अमरावती पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “जिन पांच आरोपियों को मामले में गिरफ्तार किया गया है, उन्होंने बताया कि एक और आरोपी ने उन्हें कार और दस हजार रुपये की मदद मुहैया कराई थी और फिर फरार हो गया।” अधिकारी ने बताया कि फरार आरोपी ही इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड लगता है, क्योंकि उसने बाकी पांचों आरोपियों को हत्या के लिए अलग-अलग काम दिए थे। उसने दो लोगों से कोल्हे पर नजर रखने के लिए कहा था, ताकि वे सही मौका पाते ही उनकी हत्या कर सकते। मामले में कोल्हे के बेटे की शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज कर ली गई। 

 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि कोल्हे ने कुछ दिन पहले ही व्हाट्सएप से नुपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट वायरल कर दिया था। गलती से उसका ये मैसेज उस ग्रुप में भी चला गया, जिसमें उसके कई मुस्लिम कस्टमर्स भी जुड़े थे। हत्याकांड से जुड़े एक आरोपी ने कहा कि कोल्हे ने पैगंबर के प्रति असम्मान दिखाने वाले का समर्थन किया, इसलिए उसे मरना था। 

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