नई दिल्ली । ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा है कि भारत प्राचीन काल से ही मानवाधिकारों के प्रति सजग रहा है और भारतीयों के डीएनए में ही सहिष्णुता और अहिंसा रची बसीं है। वह नई दिल्ली में भारतीय संस्कृति और दर्शन में मानवाधिकार विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने मानव जीवन को आतंकवाद और नक्सलवाद से बचाने के लिए गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम, यूएपीए जैसे कानूनों का समर्थन किया। श्री सिंह ने कहा कि ये कानून मानवाधिकारों के लिए सरकार की विचारधारा का प्रतिबिंब हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष अरुण मिश्रा ने अपने संबोधन में सभी धर्मों के सम्मान, सहिष्णुता और अहिंसा की परंपरा को फिर से स्थापित करने का आह्वान किया।
भारतीय संस्कृति और दर्शन के आलोक में मानवाधिकारों के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
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