भारत बनेगा डिजिटल पेमेंट का ‘Big Boss’, 2026 तक 65% लोग करेंगे UPI का यूज

भारत में यूपीआई पेमेंट (UPI Payments) का चलन पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है। पहले नोटबंदी और फिर कोरोना वायरस की वजह से भारत के लोग यूपीआई बेस्ड नॉन-कैश पेमेंट्स का यूज काफी ज्यादा करने लगे। गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2026 तक भारत में ऑल ट्रांजैक्शन का 65% UPI बेस्ड नॉन-कैश पेमेंट्स (Online Transactions) हो जाएगा। इसका मतलब 2026 तक जितने ट्रांजैक्शन होंगे, उसका 65% सिर्फ यूपीआई बेस्ड ही होगा। यह आंकड़ा फिलहाल 40% का है।

इसके अलावा रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अभी डिजिटल पेमेंट की इंडस्ट्री $3 trillion यानी करीब 2,32,62,800 करोड़ रुपये है, जो 2026 तक $10 trillion यानी करीब 7,75,40,800 करोड़ रुपये तक हो जाएगी। इस रिपोर्ट की जानकारी कंसलटेंसी फर्म BCG और लीडिंग थर्ड पार्टी UPI सर्विस वाली कंपनी PhonePe ने दी है। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अगले पांच साल में 75% आबादी यूपीआई सर्विस को यूज करना शुरू कर देगी जो कि इस वक्त यानी FY21 केअंत में 35% ।


डिजिटल पेमेंट में हो रही जबरदस्त बढ़ोतरी

भारत में डिजिटल पेमेंट (digital payment) में जबरदस्त ग्रोथ रिकॉर्ड हुआ है। MeitY (Ministry of Electronics and IT) ने कुछ मार्च में पेश की गई अपनी रिपोर्ट में बताया था कि 28 फरवरी तक तत्कालिन वित्त वर्ष 2021-22 में 7,422 करोड़ डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड हुआ था, जो पिछले वित्त वर्ष 2020-21 के 5,554 करोड़ ट्रांजैक्शन के मुकाबले ज्यादा है।

पिछले वित्त वर्ष में भारत ने डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन में 33 प्रतिशत की साल-दर-साल (Year on Year) ग्रोथ दर्ज की है। ऐसे में उम्मीद है कि अब वित्त वर्ष 2022-23 में ये आंकड़ा और भी ऊपर पहुंच सकता है।


PhonePe का लगातार बढ़ रहा क्रेज

UPI पेमेंटिंग ऐप PhonePe का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हुआ था। NPCI डेटा के मुताबिक, फोनपे के जरिए यूजर्स ने 212 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन किया है, जो Google Pay के 152.4 करोड़ ट्रांजैक्शन के मुकाबले काफी ज्यादा है। वहीं, तीसरे नंबर पर Paytm ऐप रहा है, जिसके जरिए यूजर्स ने 70.67 करोड़ ट्रांजैक्शन किया है। हाल ही में RBI ने फीचर फोन यूजर के लिए भी UPI123Pay सर्विस लॉन्च की है। अब फीचर फोन यूजर्स भी डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे।

पिछले साल आई ACI की रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन में भारत ने चीन और अमेरिका को काफी पीछे छोड़ दिया है। इस रिपोर्ट में दिए गए डेटा के मुताबिक, मार्च 2021 में भारत का रियल टाइम पेमेंट ट्रांजैक्शन 2,550 करोड़ है, जो चीन के 1,570 करोड, दक्षिण कोरिया के 600 करोड़ और अमेरिका के 120 करोड़ के मुकाबले कहीं ज्यादा है।

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