कवर्धा । कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कहा कि आगामी खरीफ सीजन 2022-23 के लिए किसानों ने खाद का उठाव लगातार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले के सभी समितियों में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित रहें। रसायनिक खाद के साथ ही वर्मी खाद का भी क्रय किसानों ने किया जाना चाहिए।
इसके लिए किसानों को प्रेरित करें। खाद उठाव के लिए सभी समितियों में आरईओ की ड्यूटी लगाई है। अधिकारी उनके कार्यो की मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि पंचायतों तथा अन्य स्तर से राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन भेंजे जा रहे है। सचिव और पटवारी जानकारी लेकर जांच करें। राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन पूर्ण रूप से भरा जाना चाहिए। प्राथमिकता वाले कार्ड, एपीएल, बीपीएल के कार्ड नियमानुसार बनाई जाए। कलेक्टर शर्मा कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सोमवार को समय सीमा की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए।
कलेक्टर शर्मा ने जिले की महिलाओं में स्वास्थ्य की स्थिति जानकारी लेते हुए कहा कि महिलाओं में अभियान चलाकर होमोग्लोबिन टेस्ट किया जाए जिससे महिलओं में एनीमिया की पहचान हो सके। इस रिपोर्ट के आधार पर महिलाओं में एनीमिया दूर करने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पोषण आहार के लिए बच्चों को अंडा दिया जा रहा है। इसके पूर्ति के लिए मुर्गी पालन को बढ़ावा दिया जाए। स्व. सहायता समूह की महिलाओं को मुर्गी पालन के लिए प्रेरित करें और उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि शासन की योजना के तहत हितग्राहियों को एफआरए, पट्टा वितरण किया गया है। इन पट्टे से प्राप्त क्षेत्र को मनरेगा के तहत कृषि योग्य भूमि, वृक्षारोपण और अन्य उपयोग के लिए तैयार की जाए। जिन हितग्राहियों द्वारा एफआरए के पट्टे के लिए आवेदन दिए गए है लेकिन मापदंड पूरा नहीं हाने पर पट्टा नहीं दिया जा सकता है ऐसे हितग्राहियों का पट्टा नहीं देने का कारण चस्पा कर अवगत कराएं। जिससे उन्हें जानकारी मिल सके।
कलेक्टर शर्मा ने नराजगी जाहिर करते हुए कहा कि शासन की योजनाओं की तहत विभिन्न कार्यो के लिए भूमि का अधिग्रहण किया गया है। उन हितग्राहियो को समय में मुआवजा राशि वितरण करें। उन्होंने कहा कि ओबीसी के सर्वे के दौरान ओबीसी के अंतर्गत आने वाले नागरिकों की एन्ट्री पोर्टल में की गई है लेकिन अभी भी कुछ लोगों का पोर्टल में एन्ट्री छूटा हुआ है उनका सर्वे कर पोर्टल में एन्ट्री करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने जिले में स्वीकृत जलजीवन मिशन के कार्यों में प्रगति नहीं होने पर भी पीएचई विभाग पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होने कहा कि इस योजना के तहत ग्रामों में पेयजल आपूर्ति कराना शासन की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होने इस योजना के तहत स्वीकृत कार्यों, टेण्डर,डीपीआर और वर्कआर्डर की प्रगति की जानकारी ली तथा कार्यों में तेजी लाने के कड़े निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने जिला खाद्य अधिकारी तथा विपणन अधिकारी से जिले के संग्रहण केन्द्रों से कंस्टम मीलिंग के लिए धान के डीओ जारी, धान के उठाव और उठाए गए धान की तुलना में नान और एफसीआई में चावल जमा की पूरी जानकारी ली।
कलेक्टर ने बैठक में राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना, गोधन न्याय योजना, गौठान संचालन, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री धनवंतरी योजना, वनोपज सहित तेन्दूपत्ता तोड़ाई, सहित राज्य शासन प्राप्त दिशा-निर्देशों के संबंध में विस्तार से समीक्षा की एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री बीएस उइके, डीएफओ चुड़ामणि सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल, सर्व एसडीएम व डिप्टी कलेक्टर व जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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