187 परिवारों के लिए मसीहा बनी कोरबा पुलिस, दरकते रिश्ते और टूटते परिवारों को मिलाया।
कोरबा, 25 मई (वेदांत समाचार)। पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल के कुशल मार्गदर्शन में कोरबा पुलिस ने 187 परिवारों को फिर मिलाया है । दरकते रिश्ते और टूटते परिवारों को जोड़ने का किसी मसीहा से कम नही है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर संचालित खाकी के रंग परिवार के संग कार्यक्रम के तहत पारिवारिक विवादों का निपटारा किया गया है।
सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत महिला परामर्श केंद्र में खाकी के रंग परिवार के संग अभियान के तहत 187 परिवारों को फिर से मिलाया गया, इसके लिए पुलिस द्वारा काउंसलर्स नियुक्त किए गए हैं ।
इस अवसर पर कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने परिवार की महत्ता बताते हुए कहा कि परिवार के बिना सब अधूरा है। सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि सुखी परिवार सुखमय जीवन का आधार है, उन्होंने आगे कहा कि आज वह सांसद के रूप में जनता की सेवा कर रही हैं तो इसका श्रेय उनके परिवार को जाता है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने परिवार परामर्श केंद्र के विगत 01 वर्ष का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि उनके नजरों में परिवार मानव जाति का सबसे बड़ी पूंजी है, बिना परिवार स्वस्थ्य मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि कोरबा जिले में पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थापना अवधि में परिवारिक विवाद के कुल 508 आवेदन प्राप्त हुए सभी में काउंसलिंग की गई, जिनमें से 187 परिवारों को पुनः मिलाने में सफलता मिली है।
इस कार्यक्रम में कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर,पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक योगेश साहू,उप पुलिस अधीक्षक यातायात शिवचरण सिंह परिहार, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती अर्चना उपाध्याय,गौ सेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा, हरीश परसाई,निरीक्षक विवेक शर्मा ,विजय चेलक,गायत्री शर्मा,राजीव श्रीवास्तव,रक्षित निरीक्षक अनथ राम पैकरा, सूबेदार भुनेश्वर कश्यप,उप निरीक्षक कृष्णा साहू,नवल साव,लालन पटेल सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी सहित 400 की संख्या में परिवारिक सदस्य उपस्थित थे।
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