सोशल मीडिया में “कोयला चोरी” का तेजी से वायरल होता वीडियों, अनेक सवालों को देता जन्म…क्या यह वीडियों सही है, फर्जी है या वीडियों में छेड़छाड़ किया गया है?

कोरबा, 20 मई (वेदांत समाचार)। इन दिनों सोशल मीडिया पर में कोयला खदान से सैकड़ों लोगों द्वारा कोयला चोरी किए जाने का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।वायरल वीडियो एसईसीएल कोरबा जिले में स्थित गेवरा- दीपका खदान का बताया जा रहा हैं। क्या यह वीडियों सही है या वीडियों में छेड़छाड़ किया गया है?

यदि वीडियो सही है तो प्रश्न उठता है कि इस वीडियो में दिखाई दे रहे हैं लोग क्या कर रहे हैं, किस वस्तु को लेकर जा रहे हैं ? सोचने वाली बात है कि सोशल मीडिया में वीडियो में दिख रहे वास्तु को कोयला कहने का आधार क्या है ? बोरियों में भरा हुआ वस्तु कोयला है, पत्थर है या कोई और वस्तु है क्लियर नहीं है । यदि कोयला है तो किस माइंस का है ?


छत्तीसगढ़ में कोयला सूरजपुर, कोरिया ,रायगढ़, कोरबा सहित अन्य जिलों में भी पाया जाता है, किस जिले का है क्लियर नहीं है ।यदि खदान के भीतर का है तो सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है ? खदान के प्रबंधन और सुरक्षा कर्मियों के रहते कैसे खदान के भीतर से चोरी हो रहा था सुरक्षा में लगे जवान क्या कर रहे थे ? रोके क्यों नहीं । यह सवाल उठता है।

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा निरीक्षण करने पर पाया कि जिस स्थान का वीडियो बताया जा रहा है वहां पर बड़ी-बड़ी गाड़ियां काम कर रही थी , किंतु वीडियो में दिखाई दे रहे हैं पर गाड़ियां नही दिख रही हैं । क्या प्रबंधन द्वारा कोयला चोरी करने के दौरान गाड़ियों को वहां से हटा दिया गया था ?

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