सफलता की कहानी : समय पर वाहन मिलने से गर्भवती महिलाओं व गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाना हुआ सुगम

दंतेवाड़ा । जिला प्रशासन की ओर से सुगम स्वास्थ्य दंतेवाड़ा योजना की शुरुआत गई। जिसके तहत अब किसी मरीज, गर्भवती महिला, दुर्घटना से घायल को एंबुलेंस के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। जिले में 44 एम्बुलेंस वतर्मान में मौजूद है, परन्तु नदी, नालों, पहाड़, नक्सल ग्रस्त, विषम परिस्थितियों से भरे दुर्गम क्षेत्रों तक आसानी से पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है, इस योजना से अब व्यक्ति अपने आस पड़ोस या समीप स्थित गांव के वाहन के मालिक को फोन करके अस्पताल जा सकते हैं, इसके एवज में वाहन मालिक को उचित किराया भाड़ा दिया जाएगा।

जिले में कुल 239 गांव व 143 ग्राम पंचायत हैं। जिले में 7 संजीवनी एक्सप्रेस 108 एंबुलेंस व 8 महतारी एक्सप्रेस 102 की सुविधा उपलब्ध है। किंतु संवेदनशील एवं पहुंच विहीन क्षेत्र होने के कारण वाहन समय पर पहुंच नहीं पाते हैं। अत: 20 जुलाई 2020 से जिला प्रशासन की ओर से सुगम स्वस्थ दंतेवाड़ा की शुरुआत की गई। जिसमें वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए गांव के वाहन मालिक की ओर से सहमति पश्चात आपातकालीन सेवा के लिए मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए संबंधित वाहन मालिक को प्रशासन की ओर से निर्धारित दर पर भुगतान किया जा रहा है। शासकीय एंबुलेंस के साथ-साथ मरीजों को त्वरित लाभ पहुंचाने के लिए ग्राम स्तर पर ही निजी वाहन मालिकों को सहमति लेकर गांव से ही अस्पताल तक पहुंचाने के लिए सुगम स्वास्थ्य दंतेवाड़ा के तहत जिला अस्पताल आने पर 800 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाने पर 500 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाने पर 200 व उप स्वास्थ्य केंद्र तक मरीजों को लाने पर 100 का भुगतान वाहन मालिकों को किया जा रहा है, जिले में कुल 82 मालिकों को सहमति के आधार पर इस योजना से जोड़ा गया है, जिले में अब तक 238 मरीजों को अस्पताल पहुंचाने पर वाहन मालिकों को 87100 रुपए का भुगतान किया गया है। पहुंच विन इलाकों में एंबुलेंस के विकल्प पर यह योजना आपातकालीन परिस्थिति में एक लाभकारी योजना बन कर आई है। उक्त योजना से जन सामान्य को भरपूर लाभ मिल रहा है।