IPS Dipka Summer Camp में बच्चे सीख रहे टेक्सटाइल डिजानिंग, अलग-अलग फेब्रिक में कर रहे अपनी कल्पनाओं को साकार

कोरबा, 14 मई (वेदांत समाचार)। टेक्सटाइल डिजाइनिंग में किसी भी फेब्रिक को डिजाइन करते समय फेब्रिक के रंग और टेक्सचर का खास ख्याल रखा जाता है । टेक्सटाइल डिजाइनिंग में कई रंगों को मिलाकर नए डिजाइन का फेब्रिक तैयार किया जाता है । इस कला में अलग-अलग रंगों और क्रिएटिविटी का इस्तेमाल कर कपड़ों के बिलकुल नए डिजाइन बनाने होते हैं ।

टेक्सटाइल डिजाइन एक डिजाइन विशेषज्ञता है जिसमें मुद्रित, बुने हुए, बुना हुआ या सतह से अलंकृत कपड़ों के लिए डिजाइन बनाना शामिल है । टेक्सटाइल डिजाइनिंग के लिए रचनात्मक व्यक्तित्व का होना अतिआवश्यक है । यदि हममें रचनात्मकता है तो हम आसानी से अपनी सोच को वस्त्रों में आकार देकर दुनिया में अपनी एक अलग छाप छोड़ सकते हैं ।


इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विगत 25 अप्रैल 2022 से संचालित समर कैंप में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को विशेष रूप से टेक्सटाइल डिजाइनिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इस एक्टिविटी में सभी विद्यार्थी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं । अलग-अलग समूहों में विद्यार्थियों का ग्रुप विभिन्न फेब्रिक्स में आकर्षक डिजाइन बनाकर टेक्सटाइल डिजाइनिंग सीख रहे हैं । बच्चे टी-शर्ट में फ्लावर, सीनरी, कार्टून कैरेक्टर, नेचर व्यू इत्यादि बनाकर अपनी कला को तराश रहे हैं । बच्चे पाम पेंटिंग करके भी टेक्सटाइल डिजानिंग का अभ्यास कर रहे हैं । एक से बढ़कर एक पेंटिंग कर कपड़ों को एक नया रूप देने की कोशिश करते हैं । समर कैंप में बच्चे टाई एण्ड डाई की भी विशेष कला सीख रहे हैं । विद्यार्थियों को टेक्सटाइल डिजाइनिंग में श्रीमती स्वाति सिंह, श्रीमती निहारिका जैन श्रीवास्तव एवं श्रीमती मोमिता सरकार सतत सहयोग कर रही हैं । हर दिन अलग-अलग टास्क देकर बच्चों को कपड़ों में डिजाइनिंग बनाने हेतु प्रेरित किया जाता है । बच्चों ने सफेद कपड़ों पर ओम एवं स्वास्तिक का भी सुंदर रंगीन डिजाइनिंग बनाया । कोई अलग-अलग रंग-बिरंगें फ्लावर बनाता है तो कोई प्रेरक चित्रों से लोगों को जागरूक करने वाला डिजाइन बनाकर अपनी सोच को आकार देता है । प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की कलाकृति बनाकर अपनी कला को अलग-अलग फेब्रिक पर उकेरने का प्रयास किया जाता है । सतत अभ्यास करने के कारण बच्चे टेक्सटाइल डिजाइनिंग में पारंगत हो गए हैं ।


विद्यालय प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि बच्चों की कल्पना-शीलता असीमित होती है । वे प्रतिपल कुछ अलग व नया सोचते हैं । यदि समय रहते उनकी सोच को नई दिशा दे दी जाए तो वे बहुत आगे जाते हैं । हमारे विद्यालय में संचालित समर कैंप में टेक्सटाइल डिजाइनिंग एक्टिविटी में बच्चों को अपनी कल्पना को कपड़ों में साकार करने का पूरा अवसर दिया जा रहा है । हमें बच्चों की प्रतिभाओं एवं काबिलियत का हमेशा से सम्मान करते हैं । हम बच्चों को सीखाने एवं सीखने का कोई भी अवसर व्यर्थ नहीं जाने देते । आज तेजी से दुनिया बदल रही है । आज यदि हम समय के साथ नहीं चलेंगें तो बहुत पीछे रह जाएँगें । हमें अपने दिमाग को सक्रिय व रचनात्मक बनाना होगा और अपनी कला और प्रतिभा को दुनिया के सामने लाना होगा । समर कैंप में संचालित विभिन्न एक्टिविटी में बच्चे अवश्य कुछ न कुछ सीख रहे हैं लेकिन इस समर कैंप में टेक्सटाइल डिजाइनिंग युनिक है । बच्चों की कला व कारीगरी सचमुच लाजवाब है । आज टेक्सटाइल डिजाइनिंग में भी बेहतर भविष्य है ।

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