समर कैंप में विद्यार्थियों ने सीखे नए जीवन मूल्य

भिलाई।  प्रशिक्षण और मानव जीवन एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। मानव प्रशिक्षित होकर ही जीवन की चुनौतियों का सामना करने का हुनर तराशता है। हुनर की इसी परिभाषा को सार्थक करने के उद्देश्य से शारदा विद्यालय, रिसाली में 25 अप्रैल से 7 मई तक ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन किया गया । शिविर का उद्घाटन विद्यार्थियों के चातुर्दिक विकास के लक्ष्य के साथ किया गया । जिस अक्षरशः फलित होते हुए शिविर के समापन पर देखा गया।

शिविर के समापन दिवस पर मेंहदी, मैथ्स मैजिक, डिजिटल वल्र्ड, कैलिग्राफी, कुकिंग विथआउट फायर, आर्ट एंड क्राफ्ट, फन विथ साइंस की आकर्षक प्रदर्शनी के साथ रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती पूजन के साथ किया गया। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित शकुन्तला ग्रुप ऑफ स्कूल्स के डायरेक्टर संजय ओझा का स्वागत पुष्प गुच्छ से किया गया। विद्यालय प्रिंसिपल सुतापा सरकार ने स्वागत भाषण दिया। गान की प्रस्तुति के पश्चात् आउटडोर गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। व्यक्तित्व विकास के सोपानों के प्रदर्शन के बाद नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। विद्यार्थियों के समुचित विकास को ध्यान में रखते हुए विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा गतिविधियों के लिए विशेष प्रशिक्षकों का भी प्रबन्ध किया गया था । तथा उनके मार्गदर्शन में विद्यार्थीयों को विभिन्न खेल एवं कला में प्रशिक्षित किया गया।

मुख्य अतिथि संजय ओझा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों की मुस्कान नई उम्मीद की उड़ान है। समर कैंप में बच्चे बस्ते का बोझ छोड़कर इसी मुस्कान एवं खिलखिलाहट का हाथ थामते हैं और खेल -खेल में कई चीजें सीखते हैं, किन्तु आवश्यक है कि अपने प्रयासों को बदलाव के माध्यम से उन्नत करते रहें। सफलता का फल चखने के लिए मेहनत की साख को निरंतर हिलाना पड़ता है।

कार्यक्रम के अन्तर्गत मैनेजर ममता ओझा सीनियर मिस्ट्रेस पूजा बब्बर ने विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया । संचालन मीना शर्मा एवं अनुपमा सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन हेड मिस्ट्रैस पुष्पा सिंह द्वारा किया गया। समापन राष्ट्रगान से हुआ।