IPS Dipka Summer Camp में म्यूजिक, योगा एवं एरोबिक्स का प्रशिक्षण ले रहे विद्यार्थी, कर रहे तन और मन को फिट और तंदरूस्त

⭕ समर कैंप में संगीत के सुरों के साथ योग की विभिन्न कलाओं और मुद्राओं का ज्ञान प्राप्त कर रहे प्रशिक्षणार्थी साथ ही चुस्ती-फुर्ती के लिए एरोबिक्स कर ले रहे आनंद ।

कोरबा, 6 मई (वेदांत समाचार)। इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में संचालित समर कैंप में विद्यार्थी निरंतर विभिन्न एक्टिविटीज में शामिल होकर अपने हुनर को एक नया आयाम देने का अभ्यास कर रहे हैं । अलग-अलग एक्टिविटीज में विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुसार सहभागिता कर अपने कला-कौशल को निखारने हेतु प्रयासरत है । इन्हीं एक्टिविटी में से है म्यूजिक, योगा एवं एरोबिक्स । विद्यालय के संगीत शिक्षक श्री राजू कौशिक के दिशा निर्देशन में विद्यार्थी लगातार संगीत की विभिन्न कलाओं में पारंगत किए जा रहे हैं । उन्हें गायन एवं वादन दोनों कलाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । विद्यार्थी बड़ी तल्लीनता के सभी वाद्य यंत्रों का वादन भी सीख रहें और अलग-अलग गीतों का अभ्यास कर स्वयं की कला को निखारने का प्रयास कर रहे हैं । विद्यार्थियों को हारमोनियम, तबला, गिटार, वायलिन, ड्रम, केसियो के वादन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । साथ ही गायन में शास्त्रीय तथा पाश्चात्य दोनों शैलियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।


समर कैंप में उपस्थित विद्यार्थियों को तन एवं मन से स्वस्थ व आकर्षक बनाने हेतु नित योगा के विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया जा रहा । समर कैंप में अलग से ही योगा एक्टिविटी को स्थान दिया गया है जिससे कि विद्यार्थी योगा के महत्व व मूल्य से परिचित हो । विद्यार्थियों को ताड़ासन, भुजंगासन, कपालभाति, वज्रासन, सूर्य नमस्कार, मंडूकासन, मत्स्यासन, शवासन, पवनमुक्तासन, मकरासन, नौकासन, शलभासन इत्यादि कई आसनों का अभ्यास करवाया जा रहा है । विद्यार्थी सभी आसनों को बड़ी सरलता व कुशलता से बड़े उत्साह के साथ करते हैं । योग एवं प्राणायाम विद्यालय के खेल प्रभारी श्री श्रवण सर के नेतृत्व में करवाया जा रहा है । श्री श्रवण सर ने कहा कि प्राचीनकाल से ही योग एवं प्राणायाम का अपना अलग महत्व व स्थान है । यह शरीर को स्वस्थ बनाने के साथ ही साथ शरीर को लचीला भी बनाता है जिससे हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आजीवन स्वस्थ बने रहते हैं ।


विद्यालय में योगा एवं प्राणायाम के साथ ही साथ विद्यार्थी एरोबिक्स का भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं । विभिन्न म्यूजिकल एरोबिक्स के अलग-अलग स्टेप्स सीखकर स्वयं को फिट रखने का भी विद्यार्थियों द्वारा अभ्यास किया जा रहा है । प्रतिदिन अलग-अलग स्टेप्स के साथ एरोबिक्स एवं एक्सरसाइज करके विद्यार्थी स्वयं को तरोताजा व स्वस्थ रखने का अभ्यास कर रहे हैं । एरोबिक्स एक्सरसाइज नृत्य प्रशिक्षक श्री अमित श्रीवास के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसका प्रशिक्षणार्थी भरपूर आनंद ले रहे हैं । अमित श्रीवास ने बताया कि एरोबिक्स एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे किसी भी समय किया जा सकता है इसके लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है । यह शरीर के अंगों को स्वस्थ रखने के लिए किया गया शारीरिक अभ्यास है । हम प्रतिदिन कम से कम 25-20 मिनट सुबह-शाम एरोबिक्स एक्सरसाइज कर स्वयं को स्वस्थ एवं फिट रख सकते हैं ।


प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि आज दुनिया के साथ कदमताल करने के लिए स्वयं के स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है । शरीर को स्वस्थ रखने में संगीत, योग एवं प्राणायाम तथा नियमित व्यायाम अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । हमें प्रतिदिन योगा एवं प्राणायाम तथा व्यायाम हेतु समय अवश्य निकालना चाहिए । विद्यालय में बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष जोर दिया जाता है । सर्वांगीण विकास में योगा, म्यूजिक व व्यायाम का भी अपना महत्व है । यदि हम नित-प्रतिदिन योगा एवं ध्यान, प्राणायाम करेंगें तो तनावमुक्त तो रहेंगें ही अपितु हमारा एकाग्रता शक्ति मजबूत होगी । हम पढ़ी हुई चीजों को चिरकाल तक अपने स्मरण में स्थायी रूप से रख सकते हैं । म्यूजिक हमारे तनाव को कम करता है । हम दिनभर की व्यस्ततम दिनचर्या में म्यूजिक सुनने व सीखने का समय अवश्य निकालें । म्यूजिक चेहरे पर प्रसन्नता लाने का अच्छा माध्यम है । हम जब भी स्ट्रेस हों अपने पसंद का म्यूजिक अवश्य सुनें और यदि वाद्य यंत्रों का वादन करने में पारंगत है तो वादन करें । संगीत हमें शांति प्रदान करती है । एरोबिक्स व्यायाम का ही परिष्कृत स्वरूप है । हमें नित्य व्यायाम कर एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना चाहिए । हमारी दिनचर्या सुनियोजित व समयबध्द होनी चाहिए । जीवन में हमें अनुशासित होकर आगे बढ़ना चाहिए ।