बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने आज से खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल की गोली, जानें इसके फायदे

रायपुर। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम 5 मई से 10 मई तक चलाया जाएगा। इस दौरान कृमि से बचाव के लिये 1 से 19 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इस वर्ष राज्य के 24 जिलों के 84.92 लाख बच्चों एवं किशोर/किशोरियों (1 से 19 वर्ष) को कृमि से बचाव के लिए एल्बेंडाजोल की गोली खिलाए जाने का लक्ष्य रखा गया है वहीं जिले के लिए यह लक्ष्य 10.25 लाख का है।

इस संबंध में जिला सीएमएचओ डा मीरा बघेल ने बताया, बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने को जिले में 10.25 लाखबच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली का सेवन कराया जाएगा है , जिसमें अर्बन रायपुर बिरगांव का लक्ष्य 4. 87लाख है। वहीं छूटे हुए बच्चों को 9 एवं 10 मई को माप अप राउंड के दौरान एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जायेगी।कार्यक्रम के लिये राज्य से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार रायपुर जिले के समस्त विकासखंड को दिशानिर्देश भी भेजे जा चुके है। इसके लिए क्षेत्रों की एएनएम सुपरवाइजर को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिसमें बताया गया है कि 1 साल से 2 साल के बच्चों को आधी एल्बेंडाजोल की टेबलेट जो कि 200 एमजी की होगी दो चम्मच के बीच रखकर पूरी तरह चुरा करें और पीने के पानी में मिलाकर ही खिलाएं, 2 से 3 साल के बच्चों को पूरी गोली खिलाई जायेगी । वहीं 3 से 19 साल के बच्चों को 1 टेबलेट 400 एमजी की, चबाकर खिलानी होगी।“

एल्बेंडाजोल की गोली बच्चों और बड़ों के लिए सुरक्षित है। दवा खाने के उपरांत यदि कोई प्रतिकूल प्रभाव हो तो प्रबंधन के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपचार की व्यवस्था भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा रहेगी। कृमि मुक्ति दिवस पर बीमार बच्चों या पहले से कोई अन्य दवाई ले रहे बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली नहीं दी जाएगी।

भारत सरकार के निर्देशानुसार साल में 2 बार कृमिमुक्ति कार्यक्रम मनाया जाता है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग की भागीदारी होती है। कार्यक्रम के दौरान कोविड 19 से संबंधित जारी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा । जिन घरों में कोविड 19 के सक्रिय केस होंगे वहां सामान्य स्थिति होने के उपरांत दवा दी जाएगी। एलबेंडाजोल की गोली खिलाने के दौरान शारीरिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग किया जाएगा।

कृमि मुक्ति कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ.प्रणव वर्मा ने बताया, “कृमि संक्रमण चक्र की रोकथाम के लिए यह गोली बच्चों को देना आवश्यक है। कृमि बच्चों के स्वास्थ्य शिक्षा और संपूर्ण विकास को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। कृमिनाशक की गोली से बच्चों के संपूर्ण शारीरिक मानसिक विकास में मदद मिलती है। इसलिए कृमि नाशक गोली खिलाना आवश्यक है।

इन 24 जिलों में चलेगा कार्यक्रमरायपुर, बीजापुर,सुकमा,कोंडागांव, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कांकेर, बलौदाबाजार, बलरामपुर, बिलासपुर, धमतरी, गरियाबंद, गौरेला-पेंड्रा-मारवाही, जशपुर, कवर्धा, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, मुंगेली,रायगढ़,रायपुर,राजनांदगांव सूरजपुर और सरगुजा।