अक्ति पर्व के अवसर पर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसन्धान केंद्र में किया गया माटी पूजन

0 मुख्यमंत्री के संदेश किया गया वाचन, मिट्टी की सुरक्षा की ली गई शपथ।

0 कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र और कृषि विज्ञान केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में हुआ अक्ति पर कार्यक्रमों का आयोजन।

जांजगीर चांपा,3 मई, (वेदांत समाचार)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आह्वान पर आज कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र जांजगीर में अक्ति पर्व के अवसर पर माटी पूजन का कार्यक्रम हर्षोल्लास पूर्वक आयोजित किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। प्रगतिशील कृषकों को सम्मानित किया गया।


कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र और कृषि विज्ञान केन्द्र जांजगीर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुवात अतिथियों द्वारा माटी पूजन और खरीफ फसलों की बीज बुवाई से हुई ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राघवेंद्र प्रताप सिंह ,उपाध्यक्ष जिला पंचायत के द्वारा अक्ति त्यौहार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सन्देश का वाचन किया गया और हमें हमारी पूर्वजो की धरोहर मिट्टी की सुरक्षा की शपथ दिलाई गई। विशिष्ठ अतिथि श्रीमती नम्रता राठौर अध्यक्ष जनपद पंचायत बलोदा , राजकुमार साहू, सभापति , कृषि स्थायी समिति ने आक्ति तिहार की महत्ता की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि मिटटी है तो जीवन है। अधिष्ठाता डॉ अम्बिका टंडन द्वारा जैविक कृषि और मिटटी के स्वास्थ्य की उपयोगिता पर जोर दिया गया, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ राजीव दीक्षित द्वारा अक्ति तिहार के वैज्ञानिक महत्व प्रतिपादित किया गया। उन्होंने जैविक खेती की उपयोगिता बताई ।उपसंचालक कृषि विभाग श एम आर तिग्गा द्वारा मिटटी की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए गोठान के साथ वर्मी कम्पोस्ट की गुणवत्ता बताई गई। उन्होंने रासायनिक खेती के दुष्परिणामों की जानकारी दी। कार्यक्रम को सफल बनाने उद्यानिकी विभाग की सहायक संचालक श्रीमती रंजना माखीजा का भी विशेष योगदान रहा।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अक्ति तिहार के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति दी। ‌ इस अवसर पर रंगोली , गीत , कविता , भाषण, प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के विजेताओं को अतिथियों द्वारा और इनाम और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। स्व रचित कविता में कुंदन बंजारे , उपेंद्र मनहर , मीनाक्षी राठौर की प्रस्तुति को सराहा गया। कृषक श्री लक्ष्मी प्रसाद द्वारा सुन्दर कविता प्रस्तुति दी। उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान कर ह सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रगतिशील कृषक सर्व कन्हैया लाल राठौर , प्रगतिशील किसान, श्यामलाल राठौर, श्री दुष्यंत एवं अन्य किसानों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर किसान संगोष्ठी भी आयोजन किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक शशिकांत सूर्यवंशी के द्वारा जैविक कृषि की महत्ता बताई गई। श्रीमती मंजू टंडन द्वारा केचुआ खाद का निर्माण एवं उपयोग की रोचक जानकारी दी गई। श्री पी एस कुसरो के द्वारा वर्मीकम्पोस्ट का संवर्धन कृषको के बीच प्रदर्शन किया गया जिसमें कृषको ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।


कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसन्धान केंद्र, कृषि विभाग और उद्यानिकी विभाग के सौजन्य से कृषकों, स्व सहायता समूह, गोठान के सदस्यों को इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित उन्नत किस्म के धान -नगरी दुबराज, मक्का, ज्वार, फलदार पौधे ( अमरुद, केला, अनार, पपीता, नीबू), सब्जियों के (भिंडी, लौकी, बैगन अवं अन्य ) बीज , कंदीय फसलों में (जिमीकंद, हल्दी अवं अन्य)और साथ में कृषि विभाग द्वारा सब्जियों के बीज का मिनिकिट वितरण किया गया।
कार्यक्रम में कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मछली विभाग सहायक संचालक के एस एस कँवर, रेशम विभाग के सहायक संचालक श्री एच एल साहू , बीज प्रक्रिया केंद्र खोखसा के श्री ए के यादव, पशुधन विभाग के उपसंचालक डॉ के पी पटेल के साथ अन्य अधिकारी और कर्मचारी गण उपस्थित थे। विभिन्न गौठनों की स्व सहायता समूह और विभिन्न गावों के कृषक भाई और बहनें लगभग २५० की संख्या में शामिल हुई। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मंजू टंडन और आभार प्रदर्शन डा राजीव दीक्षित ने किया।
इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के प्राध्यापकगण ,डॉ सी एम देव, डॉ बी सक्सेना , डॉ पी एस कुसरो इत्यादि और कर्मचारी गण श्री अश्वनी थवाईत, श्री हरिशंकर देवांगन, श्री रविशंकर साहू, श्री लिमन यादव, श्रीमती संतोषी राठौर, श्री रामखिलावन पाटनवार, श्री खेलूदास मानिकपुरी, श्री संतोष लसार ,श्री सुरेंद्र कुमार जांगड़े, श्रीमती नीरा बाई, श्री लतेल राम साहू एवं समस्त दैनिक वेतनभोगी कर्मी और अधिक संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थीं।