जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों ने बोरे-बासी खाकर श्रमवीरों और छत्तीसगढ़ी आहार व संस्कृति का किया सम्मान
कोरिया 01 मई (वेदांत समाचार)। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रमिक दिवस के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों से छत्तीसगढ़ के पारम्परिक भोजन बोरे बासी खाने का आव्हान किया। जिले के जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारी-कर्मचारियों, और आम नागरिकों ने बोरे-बासी खाकर श्रमवीरों और छत्तीसगढ़ी आहार व संस्कृति को सम्मान दिया।सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने राजधानी रायपुर में बोर बासी का लुत्फ उठाया, वहीं मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल एवं नगर निगम चिरमिरी महापौर श्रीमती कंचन जायसवाल ने जनप्रतिनिधियों एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठकर बोरे बासी खाकर कर्मवीरों का मान बढ़ाया।
आम वृक्ष की छाया में श्रमवीरों के सम्मान, छत्तीसगढ़ी आहार व संस्कृति के गौरव की अनुभूति के साथ कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने बिटिया और एसपी श्री प्रफुल्ल ठाकुर के साथ बोरे-बासी का आनंद लिया। इस दौरान उनकी बिटिया को भी बोरे-बासी का स्वाद बहुत भाया।
जिले में विभिन्न जगहों पर बोरे बासी खाने का सामूहिक आयोजन भी किया गया। सभी ने बोरे बासी के साथ नून चटनी, अचार, मिर्च, गोंदली (प्याज) सहित विभिन्न व्यंजनों का भी स्वाद चखा।
उल्लेखनीय है कि बोरे बासी छत्तीसगढ़ की प्राचीन भोजन शैली तथा पारम्परिक विरासत है, जिसे पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्रमिक दिवस को बोरे-बासी दिवस के तौर पर आयोजित करने का आव्हान किया, जिसका अनुसरण करते हुए जिले के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, आमनागरिकों, मजदूरों, मनरेगा श्रमिकों ने भी बोरे-बासी खाकर प्रदेश के पाम्परिक व्यंजन का मान बढ़ाया।
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