छत्तीसगढ़: पैदा होने से पहले बच्चे के बिक्री का सौदा


रायगढ़ ,29 अप्रैल 22( वेदांत समाचार )।चक्रधर नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत से एक ऐसा मामला सामने आया है जो अपने कोख में अजन्मी बच्ची को 80 हजार रुपए में बेचने का किया सौदा, प्राप्त जानकारी के मुताबिक 3 मासूम बच्चों की परवरिश के दौरान चौथी बेटी जब गर्भ में पल रही थी तो गरीबी से तंग मां ने अजन्मी बेटी का सौदा कर लिया। वहीं,जब बेटी पैदा हुई तो बेबस मां ने उसे महिला दलाल के हाथों 80 हजार में बेच दिया। कोख का सौदा का मामला थाने पहुंचने पर महिला अब पुलिस से अपनी बेटी की वापसी की फरियाद कर रही है।सूत्रों के मुताबिक जिला मुख्यालय के चक्रधर नगर थानांतर्गत आईटीआई कॉलोनी में रहने वाली सुषमा (परिवर्तित नाम) दूसरों के घरों में काम करते हुए अपने 2 बेटे और 1 बेटी को सम्हालती है। 3 बच्चों की मां बनने के बाद सुषमा के पेट मे जब चौथा नवजात शिशु पल रहा था तो कामकाज के सिलसिले में आने-जाने के दौरान उसकी मुलाकात मीता नामक एक ऐसी महिला से हुई जो खुद को जबलपुर का बताती थी। मीता को जब सुषमा की आर्थिक स्थिति की भनक लगी तो उसने सौदा किया कि अगर चौथी संतान बेटी हुई तो वह उसे 80 हजार में दे देगी।चूंकि, मीता ने मुफलिसी की मार झेल रही सुषमा को यह दावा किया था कि जबलपुर में उसके जान पहचान के लोग उसकी बेटी की बेहतर परवरिश करेंगे,इसलिए जब सुषमा ने बेटी को जन्म दिया तो मीता ने उसे वायदे के मुताबिक 80 हजार रुपये थमाया और उसकी नवजात बेटी को लेकर चली गई।सुषमा भी बेटी के बदले पाए पैसों को अपने तीनों बच्चों के लालन-पालन में खर्च करते हुए इस घटना को भुलाने की कोशिश में लगी रही। इस बीच आपसी बात को लेकर सुषमा का पड़ोसी से विवाद हुआ और बेटी को 80 हजार में बेचने की कहानी फिर से सामने आई तो मानवता को शर्मशार करने वाली करतूत की भनक लगते ही आईटीआई कॉलोनी के कुछ लोगों ने गुरुवार शाम चक्रधर नगर थाने में इसकी शिकायत कर दी। फिर क्या हरकत में आई पुलिस तत्काल सुषमा के घर गई और उसे थाने तलब किया। देर शाम सुषमा अपने परिवार के साथ थाने पहुंची और पुलिस को न अपनी बेबसी की कहानी बताई,बल्कि अपनी बेटी की वापसी की गुहार भी लगा रही है, इसलिये पुलिस उसे आज शुक्रवार को फिर थाने बुलाई है, ताकि सच्चाई सामने आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई हो सके।चक्रधर नगर थाने के सामने पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुषमा ने कबूल भी किया कि 3 बच्चों की परवरिश की झंझावत से दो चार होने के दौरान चौथी बेटी गर्भ में थी तो उसने विवश होकर अजन्मी बच्ची का सौदा किया। यही नहीं, उसने अपनी मर्जी से बेटी को 80 हजार रुपए लेकर मीता को बेच दिया, लेकिन अब वह उसे वापस चाहती है।