दुनियाभर से प्लेन क्रैश के कई मामले सामने आए हैं। कई बार ऐसा हुआ है जब इंजन की खराबी के चलते लोगों की जान चली गई तो कई बार पायलट ने प्लेन से नियंत्रण खो दिया था। ऐसा ही एक मामला कुछ साल पहले मिस्र जा रही एक प्लेन से सामने आया था जब वह क्रैश होकर समुद्र में गिरी थी और इसमें 66 लोगों की मौत हो गई थी। अब इसी मामले पर एक बड़ा खुलासा सामने आया है।
दरअसल, न्यूयॉर्क पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि इस प्लेन के क्रैश होने का मुख्य कारण यह था कि पायलट ने कॉकपिट में सिगरेट जला दी थी। इसके बाद वह आग पूरे प्लेन में फैल गई थी। यह सब तब हुआ था जब यह प्लेन फ्रांस के पेरिस चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट से काहिरा जा रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना मई 2016 की है। उस समय इस क्रैश के कारणों का पता नहीं चल पाया था।
कई रिपोर्ट्स में यह बताया गया था कि यह एक आतंकी हमला था। उस दौरान यह क्रैश होकर भूमध्य सागर में गिरी थी। मरने वालों में एक ब्रिटिश, 12 फ्रेंच टूरिस्ट, 30 मिस्र के नागरिक, दो इराकी और कनाडाई नागरिक समेत 66 लोग थे। घटना के बाद एक सर्च अभियान चलाया गया, ताकि क्रैश के कारणों का पता लगाया जा सके। लेकिन उस समय कुछ खास कारण निकलकर सामने नहीं आया था।
इसी बीच हाल ही में एक जांच में यह दावा किया गया है कि प्लेन के इमरजेंसी मास्क से ऑक्सीजन लीक हो रहा था। जिसके बाद उड़ते विमान के कॉकपिट में पायलट के सिगरेट जलाते ही आग लग गई। यह आग पूरे प्लेन में फैल गई और प्लेन तत्काल ही क्रैश होकर समुद्र में जा गिरी थी।
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