मास्को/नई दिल्ली । पिछले दो महीने से चल रही यूक्रेन-रूस जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बयान से दुनिया फिर चौंक गई। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के साथ बातचीत जारी रहेगी, लेकिन तीसरे विश्व युद्ध का असल खतरा कायम है। उन्होंने यह बात अमेरिका द्वारा यूक्रेन को हथियारों की खेप भेजने के वादे के मद्देनजर चेताते हुए कही।
लावरोव ने शांति वार्ता के लिए यूक्रेन के दृष्टिकोण की आलोचना करते हुए कहा, ‘सद्भावना की अपनी सीमाएं होती हैं, यदि परस्पर गुडविल नहीं हैं तो यह बातचीत की प्रक्रिया में मदद नहीं करती हैं। उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की द्वारा नियुक्त टीम के साथ बातचीत करते रहेंगे। उसके संपर्क में रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व अभिनेता जेलेंस्की पर बातचीत के लिए नाटक करने का भी आरोप लगाया। लावरोव ने कहा कि जेलेंस्की एक अच्छे अभिनेता हैं। ध्यान से देखें और पढ़ें तो उनकी बातों में हजारों विरोधाभास नजर आएंगे।
रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि खतरा गंभीर है। आप इसे कमजोर नहीं समझ सकते। यह जंग कब रुकेगी, यह पूछने पर लावरोव ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि एक समझौता होते ही निश्चित रूप से यह थम जाएगी, लेकिन मौजूदा तनाव के हालात में तृतीय विश्व युद्ध का खतरा वास्तविक है।
जेलेंस्की से मिले अमेरिकी विदेश व रक्षा मंत्री
बीते करीब 62 दिनों से रूस व यूक्रेन के बीच जंग जारी है। युद्ध के 61वें दिन पहली बार अमेरिका की तरफ से शीर्ष राजनयिकों ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने जेलेंस्की से आमने-सामने की बातचीत में उनकी मदद का वचन दिया।
अमेरिका ने कहा कि यूक्रेन में रूस के आगे बढ़ने की रफ्तार धीमी हुई है। अमेरिकी राजनयिकों ने कहा, यूक्रेन युद्ध में रूस नाकाम रहा है। ब्रिटेन ने कहा है कि मॉस्को को अभी तक देश के पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र में अपने हमलों में अहम सफलता नहीं मिली है। जेलेंस्की से मुलाकात में अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षामंत्री ने कहा कि अमेरिका ने 16.5 करोड़ डॉलर के गोला-बारूद की बिक्री को मंजूरी दी है और वह यूक्रेन को विदेशी सैन्य वित्त पोषण से 30 करोड़ डॉलर से अधिक की मदद देगा।
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