बिलासपुर: जाने माने कॉमेडियन सुनील पाल बिलासपुर पहुंचे. उन्होंने बिलासपुर के फिल्मी कलाकारों से मुलाकात की. कॉमेडियन सुनील पाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जितने भी आर्टिस्ट हैं, वह कमाल के हैं. यहां टैलेंट की कमी नहीं है. यहां के कलाकारों में कला कूट-कूट कर भरी है.
बिलासा छॉलीवुड अवार्ड की तारीफ: कॉमेडियन सुनील पाल ने बिलासपुर शहर में होने वाले बिलासा छॉलीवुड अवार्ड को लेकर कहा ”छत्तीसगढ़ का यह बड़ा अवार्ड शो है. इससे नए कलाकारो में ऊर्जा आएगी. अपनी एक्टिंग को लेकर वह बहुत मेहनत करेंगे, जिससे कला में निखार आएगा. फिल्म अवार्ड रियल टैलेंटेड और जो डिजर्विंग कलाकार हैं, उनको मिलता है. निश्चित तौर पर बिलासा छालीवुड अवार्ड प्रदेश में नहीं बल्कि मायानगरी तक अपनी अलग पहचान स्थापित करेगा. छालीवुड के तमाम कलाकार को मेरी तरफ से बहुत शुभकामनाएं. आयोजक टीम को भी मेरी तरफ से सलाम है.”
सुनील पाल ने अपने चिर परिचित अंदाज में छॉलीवुड के कलाकारों को खूब गुदगुदाया, खूब हंसाया. उन्होंने अपने जीवन के उतार-चढ़ाव भरे पल भी कलाकारों से साझा किया. उन्होंने कहा कि काफी स्ट्रगल के बाद यह सफलता हासिल हुई है. लोगों को संघर्ष से हार नहीं मानना चाहिए. इसी चुनौतिपूर्ण संघर्ष से ही आप सफल होंगे.
छत्तीसगढ़ के आर्टिस्ट को देखकर गुनगुनाया छत्तीसगढ़ी गाना
जैसे ही बिलासा छॉलीवुड आवार्ड कोर टीम पर सुनील पाल की नजर पड़ी, अचानक सीमा कौशिक के गाए हुए छत्तीसगढ़ी गीत “टूरा नई जाने रे नई जाने बोली ठोली मया के” गुनगुनाने लगे. छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहते हुए बिलासपुर शहर की तारीफ की.
सुनील पाल की कामयाबी का सफर
सुनील पाल साल 2005 में द ग्रेट इंडियन लाफ्टर के विजेता भी रह चुके हैं. साल 2005 में सुनील ने भावनाओं को समझो लिखा और इस शो का निर्देशन भी किया. सुनील फिल्मों में भी काम कर चुके हैं. उन्होंने हम, फिर हेरा फेरी, अपना सपना मनी मनी, बॉम्बे टू गोवा, मनी बैंक गैरेंटी, मैं हूं रजनीकांत, डर्टी पॉलिटिक्स, तेरी भाभी है पगले फिल्म में अभिनय किया. सुनील पाल अब तक तकरीबन 51 शोज में स्टैंडअप कॉमेडी कर चुके हैं.
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