कोरबा, 21 अप्रैल ( वेदांत समाचार ) । वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने कार्यबल में तीन नए थर्ड जेंडर कर्मचारी शामिल किए हैं। इन्हें संयंत्र सुरक्षा प्रबंधन की बारीकियों से अवगत कराया जा रहा है। बालको में अब थर्ड जेंडर कर्मचारियों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। मार्च 2022 में कास्ट हाउस में फोर्कलिफ्ट के संचालन के लिए चार थर्ड जेंडर कर्मचारी नियोजित किए गए थे। छत्तीसगढ़ में बालको पहला औद्योगिक संगठन है जहां थर्ड जेंडर नागरिकों को रोजगार के अवसर मिले हैं।
विविधतापूर्ण और समावेशी कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने के दृढ़ संकल्प के साथ बालको भारत की उन चुनिंदा मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में शामिल है जिन्होंने थर्ड जेंडर नागरिकों को रोजगार के अवसर दिए हैं। कर्मचारियों में एकजुटता की भावना मजबूत बनाने और सभी के लिए उत्साहपूर्ण वातावरण निर्मित करने के उद्देश्य से बालको संयंत्र परिसर में कार्यशालाएं आयोजित की गईं जिनमें तृतीय लिंग संबंधी सामाजिक और मनोवैज्ञानिक चुनौतियों, आचार संहिताओं, समन्वयन तथा काम करने के तरीकों से प्रतिभागिओं को परिचित कराया गया। इसके अलावा संयंत्र में उपलब्ध बुनियादी ढांचे में बढ़ोत्तरी की गई है जिससे थर्ड जेंडर कर्मचारी नए वातावरण में सहज हों और उनमें टीम के प्रति अपनेपन की भावना विकसित हो सके। बालको में नियोजित थर्ड जेंडर नागरिकों ने पात्रता मानदंडों के अनुरूप जांच प्रक्रिया के बाद संयंत्र में कार्य शुरू कर दिया है। उन्हें औद्योगिक सुरक्षा, समान अवसर संबंधी प्रशिक्षण, शॉप फ्लोर एवं तकनीकी आदि प्रशिक्षण दिए गए हैं।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति ने कहा कि योग्यता के आधार पर थर्ड जेंडर समुदाय को बालको में शामिल करना गर्व का विषय है। वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के मार्गदर्शन में बालको प्रबंधन प्रतिभाओं की तलाश करने और उन्हें देश के विकास में योगदान के लिए तैयार करने की दिशा में काम कर रहा है। थर्ड जेंडर कर्मचारियों का नियोजन बालको की विविधतापूर्ण और समावेशी कार्य संस्कृति में मील का पत्थर है। राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए बालको ने अपने कार्यस्थलों में आधुनिक तकनीकों और प्रशिक्षित मानव संसाधन को प्रोत्साहित किया है। भेदभाव रहित समान अवसरों का वातावरण बनाकर सामाजिक परिवर्तन लाने की दिशा में बालको कटिबद्ध है।
फोर्कलिफ्ट ऑपरेटर सुश्री भवानी राठिया ने बताया कि बालको परिवार में शामिल होकर एक माह के दौरान उन्हें तकनीकी कौशल बढ़ाने में मदद मिली है। संयंत्र में कार्य का वातावरण सहज और रचनात्मक है। वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों से उन्हें विभिन्न तकनीकें सीखने में भरपूर मदद मिल रही है। फोर्कलिफ्ट ऑपरेटर सुश्री आयशा विश्वकर्मा ने उपलब्ध अवसरों के लिए बालको प्रबंधन के प्रति आभार जताया। उन्होंने बताया कि बालको प्रबंधन ने उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन और निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है। फोर्कलिफ्ट ऑपरेटर सुश्री रूपा कुर्रे का मानना है कि थर्ड जेंडर समुदाय को रोजगार के अवसर प्रदान कर उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाने में बालको का योगदान प्रशंसनीय है। फोर्कलिफ्ट ऑपरेटर सुश्री कनिष्क सोना ने कहा कि बालको में सीखने का अनुभव शानदार रहा। प्रशिक्षण मॉड्यूल के तहत बालको के विभिन्न विभागों की कार्यशैली से अवगत होने का अवसर मिला। देश की चहुंमुखी प्रगति तथा व्यावसायिक प्रचालन के व्यापक परिप्रेक्ष्य में बालको की पहल श्रेष्ठ है।
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