जगदलपुर, 21 अप्रैल (वेदांत समाचार)। कुछ वर्ष पूर्व नगर पालिक निगम जगदलपुर ने नगर में लोगों शीतल और शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 05 जगहों पर वॉटर एटीएम की स्थापना की थी। लाखों रुपये की लागत से स्थापित इन वॉटर एटीएम से लोग शुद्ध और शीतल जल प्राप्त कर सकते थे, लेकिन लगने के 15 दिन के अंदर ही वॉटर एटीएम खराब होने लगे। नगर पालिक निगम ने भी इसे ठीक करवाने में कोई विशेष रुचि नहीं दिखाई, जिसका परिणाम यह हुआ कि लाखों रुपये खर्च करने के बाद सभी पांच वाटर एटीएम अब कबाड़ के रूप में परिवर्तित होते जा रहे हैं।
विगत वर्ष भी इस विषय पर नगर निगम का ध्यानाकर्षण करवाया गया था, लेकिन महापौर के आश्वासन के बाद भी वॉटरएटीएम को नहीं सुधारा गया। इस वर्ष अप्रैल माह में ही पारा उच्च शिखर पर पहुंच चुका है, लोगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए या तो बोतल बंद पानी खरीदना पड़ रहा है या जो इतने रुपये पानी खरीदने में नहीं खर्च सकते वो बोरिंग अथवा ऐसे किसी स्रोत का सहारा लेते दिखाई दे रहे हैं।
निगम में नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डे ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि वो हाल ही नगर में जल की समस्या को निगम की सामान्य सभा में उठा चुके हैं, चूंकि उनके प्रश्न की जानकारी निगम को हो गई थी इसलिए सामान्य सभा के एक दिन पूर्व निगम ने कुछ वॉटर एटीएम को सुधारने के प्रयास किया, लेकिन वाटर एटीएम उसी दिन फिर से खराब हो गए।
उन्होंने कहा कि निगम ने नगर में पांच जगहों पर वॉटर एटीएम स्थापित किया था, वर्तमान में एक भी वॉटर एटीएम चालू अवस्था में नहीं है। करोड़ों की राशि खर्च करने के बजाय निगम इन वॉटर एटीएम को दुरुस्त करवाए। आम लोगों को मात्र एक रुपये में शुद्ध जल की जो सुविधा मिलने वाली थी वो भी उससे वंचित रह गए हैं। नगर निगम को तत्काल इन वॉटर एटीएम को सुधारना चाहिए ताकि इस भीषण गर्मी में लोगों शीतल जल उचित दर पर उपलब्ध हो सके।
संजय पाण्डे ने निगम आरोप लगाते हुए कहा कि निगम ने सिवरेज प्लांट और अमृत जल मिशन के तहत अब तक लगभग 60 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च कर चुका हैं। पर हर वार्ड में सड़क और नालियों की बर्बादी के अतिरिक्त कोई कार्य नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि हर बजट में महापौर नगर को स्वच्छ जल प्रदान करने बाबत प्रस्ताव प्रस्तुत करती है, परंतु आज तक उसका क्रियान्वयन नहीं हुआ लेकिन निगम में राशि की बंटर बाट जरूर हो जाती है।
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