रविवार की शाम बिगुल बजते ही मंदाकिनी नदी के घाटों के साथ चित्रकूट का कोना- कोना दीपों से जगमग हो उठा। कई जगह स्वास्तिक और ओम की तो कई जगह श्री राम की आकृति में दीये जलाए गए। इसके लिए जिला प्रशासन, नगरीय प्रशासन और पुलिस ने बेहतर व्यवस्था कर रखी थी। यही नहीं आस्था के इस प्रवाह में दूरदराज से भी लोग राम का जन्मोत्सव मनाने चित्रकूट पहुंचे। गौरतलब है कि इससे पहले अयोध्या और उज्जैन में भी दीपोत्सव मनाया गया था।
सीएम शिवराज ने किया शुभारंभ
इससे पहले सुबह के सत्र में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रामनवमी के अवसर पर दीपोत्सव का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चित्रकूट पहुंच कर कामता नाथ के दर्शन किए। इसके बाद रामनवमी के दीपोत्सव का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने सपत्नीक 1100 दीये जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। शिवराज सिंह चौहान ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा कि आज मन पुलकित है। भगवान श्री राम अयोध्या में रामलला हैं, चित्रकूट में वनवासी श्रीराम हैं और ओरछा में श्री राजाराम हैं। श्री राम देश के प्राण हैं, अस्तित्व हैं, आराध्य हैं। उनकी कृपा और आशीर्वाद देश और मध्यप्रदेश पर बरसता रहे। पूरे देश में अद्भुत ढंग से रामनवमी मनाई गई है।
लिया गया संकल्प
गौरव दिवस के मौके पर साधु संतों , संस्थाओं ने चित्रकूट के विकास का संकल्प लिया। दीनदयाल शोध संस्थान ने गांव के सर्वांगीण विकास, कुपोषण मिटाने, नशा मुक्ति तथा किशोरियों की स्वास्थ्य रक्षा, रघुवीर मंदिर ट्रस्ट ने गुफा मंदिरों तथा वनों में तप कर रहे साधु-संतों को अनवरत भोजन प्रसाद उपलब्ध कराने का, विश्व विराट सेवा मिशन ने चित्रकूट के स्कूलों में विद्या प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को निःशुल्क पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराने का संकल्प लिया।
[metaslider id="347522"]