कोरबा 08 अप्रैल (वेदांत समाचार) कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देशानुसार आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने अपनी गहरी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए ग्रीष्म ऋतु के मद्देनजर नगर पालिक निगम कोरबा क्षेत्रांतर्गत कम से कम 20 स्थानों पर मवेशियों, पक्षियों के लिए पेयजल की व्यवस्था तत्काल करने के निर्देश दिए थे, अधिकारियों द्वारा इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए इन निर्धारित स्थलों पर कोटनों में शुद्ध पेयजल भरकर रखा गया है।
यहॉं उल्लेखनीय है कि गर्मी का सीजन चल रहा है, धूप तेज हो रही है तथा दिन प्रतिदिन तापमान में वृद्धि हो रही है। ग्रीष्मकाल में अधिकांश प्राकृतिक जल स्त्रोंतो में पानी का अभाव हो जाता है, जिससे मवेशियों, पक्षियों व प्राणी मात्र के लिए पेयजल का संकट उत्पन्न होता है। आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने इस दिशा में गहरी संवेदनशीलता दिखाते हुए निगम के जलआपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि निगम क्षेत्र में कम से कम 20 स्थानों पर मवेशियों, पक्षियों आदि के लिए पानी की व्यवस्था की जाए, अधिकारियों ने इस पर त्वरित कार्यवाही की तथा इन निर्धारित स्थानों पर कोटनों में भरकर शुद्ध पेयजल रखा है। आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि कोटनों में रखे गए पानी को प्रतिदिन बदलें, कोटनों व उसके आसपास के स्थल पर साफ-सफाई का ध्यान रखें ताकि मवेशियों, पक्षियों को निर्वाध रूप से पर्याप्त शुद्ध पेयजल मिलता रहे।
सी.एण्ड डी.वेस्ट से निगम ने बनाया कोटना- आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय की पहल पर नगर निगम केारबा के अधिकारियों ने नवाचार करते हुए सी.एण्ड डी.वेस्ट मटेरियल से कोटना का निर्माण किया है, जो निरंतर जारी है। यहॉं उल्लेखनीय है कि शहर में प्रतिदिन काफी मात्रा में सी.एण्ड डी.वेस्ट का उत्सर्जन होता है, सी.एण्ड डी.वेस्ट को निगम द्वारा परिवहन कर निर्धारित स्थल पर रखा जाता है, सी.एण्ड डी.वेस्ट का समुचित रूप से समापन हो, इस हेतु निगम अधिकारियों ने नवाचार करते हुए कोटनो, गमलों व अन्य सामग्रियों का निर्माण प्रारंभ किया है, सी.एण्ड डी.वेस्ट से निर्मित इन्हीं कोटनों में ही मवेशियों, पक्षियों के लिए पेयजल भरकर रखा गया है।
डिवाईडरों के पौधों में प्रतिदिन पानी- आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने निगम के उद्यान शाखा के अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा है कि डिवाईडरों में रोपित किए गए पौधों में प्रतिदिन सुबह-शाम पानी डालना सुनिश्चित कराएं। उन्होने कहा है कि ग्रीष्म ऋतु व बढ़ते तापमान के कारण पौधों की सूखने की संभावना बढ़ जाती है, अतः आवश्यक है कि उन्हें प्रतिदिन पानी दिया जाए। उन्होने निर्देशित करते हुए कहा है कि उद्यान शाखा के अधिकारी कर्मचारी लगातार पौधों पर नजर रखें, उनकी देखरेख करें तथा सुबह-शाम अनिवार्य रूप से पौधों में पानी दें।
[metaslider id="347522"]