पखांजुर: जिला से करीबन 150 किलोमीटर दूर में बसे परोलकोट क्षेत्र में आरटीओ संबंधित कोई भी अधिकारी नही होने के चलते वाहन चालक में कोइ डर नही देखा जाता कि वाहन में नंबर प्लेट में नम्बर लिख कर वाहन को चलाया जाय।बिना नम्बर लिखे गाड़िया बेधड़क नगर गांव में घूम रहे है।वही कुछ दिन पूर्व पखांजुर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए कुछ दो पहिया चार पहिया वाहन को रोक कर कानूनी कार्यवाही किये और थाना में ही गाड़ियों को रोक कर नंबर लिखवाया गया था।पर सबसे ज्यादा खतरनाक खेल को अंजाम दे रही है.
क्षेत्र में चल रही ट्रैक्टर जो कि किसी भी ट्रैक्टर के ट्राली में नम्बर लिखा नही दिखाई देते है।जब ट्रैक्टर खरीदा जाता है तब ट्रैक्टर और ट्राली का अलग-अलग रेजिस्ट्रेशन होता है ट्रैक्टर के एक नम्बर वही ट्राली का अलग नम्बर होती है । शायद ट्रैक्टर मालिक जान बूझ कर ट्राली में नंबर नही लिखता क्यों कि अवैध रेत परिवहन में ट्रैक्टर सहित ट्राली ही काम मे आता जो कि ट्राली के आगे पीछे नम्बर नही होता जिससे किसी को ये पता नही चलता कि ट्रैक्टर मलिक कौन है किसके नाम से शिकायत दर्ज करें, ऐसा अनेको अवैध काम जो ट्राली के माध्यम से किया जाता जैसे कि रेत परिवहन,लकड़ी परिवहन,लाल ईटा परिवहन,मुर्राम परिवहन, ऐसा अनेको काम जो कि ट्रैक्टर ट्राली से किया जाता है और अवैध काम मे लिप्त ट्राली का नम्बर नही होने से किसको क्या बताया जाय।
ट्रैक्टर सामने से गुजर जाने के बाद पीछे देखो तो बिना नम्बर का ट्राली दौर रहे हैं रास्ते मे,क्षेत्र में ऐसा भी हो रहा है कि लोग तो ट्रैक्टर खरीद लेते है पर ट्राली नही खरीदने के एवज में किसी अन्य मालिको से ट्राली किराया पर लेकर चला रहा है यदि ऐसे में किसी बड़ी घटना घट जाय तो जिसके जिम्मेदार कौन होगा।
इलाका में 95 प्रतिशत ट्रैक्टर ट्राली में नम्बर नही लिखा है जो कि थाना के सामने से हर दिन कोइओ ट्राली आना जाना कर रही है पर कोई ध्यान नही देता या उनपर कोई कानूनी कार्यवाही आज तक नही हुई।
और ये भी देखा गया है कि बहुत सारे ट्रैक्टर चालक ऐसा भी है जिनका उम्र अभी 18 वर्ष भी नही हुआ जो बेधड़क ट्रैक्टर चला रहा है जिन पर भी आज तक कोई कार्यवाही नही किया गया,बिना कार्यवाही से नाबालिगों में एक हिम्मत बन गया जिस कारण नगर गांव में बेफिक्र होकर ट्रैक्टर वाहन चलाया जा रहा है। ऐसे में इन ट्रैक्टर मालिको पर कानूनी कार्यवाही करते हुए जुर्माना ठोककर सभी ट्रैक्टर ट्राली में नंबर लिखना अनिवार्य करना चाहिए जिससे ट्रैक्टर द्वारा अवैध काम मे लगाम लगाया जा सके।
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