पखांजूर,7 अप्रैल (वेदांत समाचार) बॉयफ्रेंड के साथ रात में भाई के घर जाने के लिए निकली युवती को 7 बदमाशो ने घेर लिया। बदमाशों ने पहले तो बॉयफ्रेंड की पिटाई कर उसे गम्भीर रूप से घायल कर दिया, फिर उसके पास रखे पैसे को लूट लिया। बदमाश युवक यहीं नही रुके, बॉयफ्रेंड के अधमरा होने के बाद वे ग्रलफ़्रेंड पर टूट पड़े। बदमाश लड़की को घसीटते हुए जंगल ले जाने लगे। उसके साथ मारपीट कर छेड़छाड़ भी किया।जैसे-तैसे युवती गुंडो के चंगुल से छूटकर जान बचाकर अपने भाई के घर पहुची। इसके बाद घायल लड़के को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
मामला बांदे थाना अंतर्गत पीवी 83 का है। जहाँ कीर्तन व मेला का आयोजन चल रहा था। जिसमे शामिल होने पीवी 61 निवासी 20 वर्षीय युवती पहुची थी।इसी गांव में उसके भाई का भी घर है। 4 अप्रैल की रात वह अपने बॉयफ्रेंड बिप्लब मंडल के साथ बाइक में बैठकर अपने भाई के घर जाने को निकली थी।इसी दौरान रास्ते मे 7 बदमाशो ने उसके बाइक रोक ली। दोनों पर रात में घूमने का आरोप लगा कर बॉयफ्रेंड का पिटाई शुरू कर दिया।
युवती मारपीट करने से मना करती रही,लेकिन बदमाशो ने उनकी एक न सुनी।बिप्लब के पास रखे 22 हजार नगद राशि भी बदमाशो ने लूट लिया।युवक को गम्भीर रूप से घायल करने के बाद उसे वही छोड़ कर बदमाशो युवती को पकड़ बुरी नियत से जंगल की ओर घसीटते हुए ले जाने लगे।युवती के साथ छेड़छाड़ भी करने लगे।जैसे तैसे युवती उनके चंगुल से छुटी और जंगल से भागते हुए अपने भाई के घर पहुची।भाई को पूरी जानकारी देने के बाद उसने बांदे पुलिस को इसकी सूचना दी।पुलिस तत्काल घटनास्थल पहुची और वह घायल परे युवक को इलाज के लिए बांदे अस्पताल पहुचाया।युवक की हालत काफी चिंताजनक थी।उसे लगातर खून की उल्टियां होने व हालात अधिक चिंताजनक होने पर तत्काल रेफर कर दिया गया।
दबाव के कारण ही विलंब से थाने पहुची थी युवती
घटना से डरी-सहमी युवती दूसरे दिन 5 अप्रैल के शाम बांदे थाना पहुची।युवती घटना में शामिल सभी युवको को पहचानती थी।उसने सभी के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई।इसके आधार पर बांदे पुलिस ने तरुण देवनाथ,अमित साहा,शंकर पाल,प्रसंजीत पाल,शुभम राय,मनोज जोदार,व देवव्रत मंडल सभी निवासी पीवी 83 के खिलाफ मारपीट,छेड़छाड़ व लूट का मामला दर्ज किया।मामले को लेकर पुलिस ने तत्काल जांच पड़ताल करते सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।जानकारी अनुसार पुलिस में शिकायत करने को लेकर युवती पर काफी दवाब था।जिसके चलते मामले में काफी देर से शिकायत दर्ज कराई गई।अब उस पर शिकायत वापस लेने का भी दबाव बनाए जा रहा है।
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