बिलासपुर। 4 अप्रैल (वेदांत समाचार) अप्रैल माह शुरू होते ही शहरी क्षेत्र में जलसंकट गहराने लगा है। निगम प्रबंधन ने इस बार पानी की समस्या को दूर रखने तमाम कोशिश कीं। लेकिन हालत बिगड़ती ही जा रही है। निगम का इंतजाम नाकाफी साबित हो रहा है। आने वाले दिनों में जल संकट और गहराएगा। इसने निगम अफसरों की चिंता बढ़ा दी है।
शुक्रवार को तालापारा व आसपास के सैकड़ों घरों में पानी सप्लाई बाधित रही। वहीं, शनिवार को तारबाहर, विनोबा नगर, शेष कालोनी के साथ आसपास क्षेत्र में एक हजार से ज्यादा घरों में पानी नहीं पहुंचा।इन क्षेत्रों में समस्या की मुख्य वजह पानी टंकी का वाल्व खराब होना था। वहीं, अब अधिकारियों को यह चिंता सता रही है कि शहरी क्षेत्र में 1,052 बोर का संचालन किया जा रहा है। पंप के सहारे पानी निकाला जाता है। वहीं गर्मी की वजह से पानी की खपत बढ़ने के कारण बोर को ज्यादा समय तक चलाया जा रहा है। ऐसे में पंप के साथ वाल्व खराब होने की आशंका बनी हुई है।
यदि लगातार इसी तरह वाल्व, मोटर पंप जलते रहे तो रहवासी तो पानी की समस्या का सामना करना होगा। वहीं, निगम के अधिकारियों को इससे निपटने में पसीना निकल आएगा। हालांकि 50 मोटर पंप स्पेयर में रखे गए हैं। लेकिन ये भी पुराने हैं। ऐसे में कहीं पंप जलता है तो दूसरा पंप लगाकर काम चलाने की योजना है। इसमें भी खराबी आने की आशंका को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में आने वाले दिनों में पानी की समस्या बढ़ने की आशंका है।
इन क्षेत्रों में हो सकती है पानी की समस्याशहर अंतर्गत एक दर्जन से ज्यादा मोहल्लों में हर साल पानी की समस्या का सामना रहवासियों को करना पड़ता है। इसमे जरहाभाठा मिनी बस्ती, तालापारा, तारबाहर, तिफरा, मंगला, देवरीखुर्द, तोरवा, लालखदान, सिरगिट्टी, शांतिनगर, जूना बिलासपुर, राजकिशोर नगर आदि क्षेत्र प्रमुख हैं।
पानी की रफ्तार पर लगा ब्रेकपानी की खपत बढ़ चुकी है। ऐसे में मांग के अनुरूप पानी घरों में नहीं पहुंच रहा है। टुल्लु पंप आदि का उपयोग करने से घरों में पहुंचने वाले पानी का फ्लो भी कम हो गया है। यह समस्या पूरे शहर की है। इसकी वजह से घर की टंकियां तक भर नहीं पा रही है और पानी जल्द खत्म हो जा रहा है।
राजकिशोर नगर भी पानी समस्या हो रही है। हालांकि यहां आपूर्ति को लेकर दिक्कत नहीं है। बल्कि कुछ दिनों घरों में मटमैला पानी आ रहा है। इसकी शिकायत जोन स्तर पर लगातार की जा रही है। लेकिन इसके बाद भी समस्या दूर नहीं हो रही है।चल रहा निगम का सर्वेनिगम के अधिकारियों को यह डर भी सता रहा है कि आने वाले दिनों में यदि बोर सूखने का सिलसिला बढ़ा तो फिर बड़ी परेशानी होगी। हालांकि नगर निगम का कहना है कि उनके बोर काफी गहरे हैं। ऐसे में बोर सूखने की आशंका कम है। लेकिन वर्ष 2017 में निगम के बोर भी सूख गए थे। वहीं, इस साल निजी बोर सूखने लगे हैं। ऐसे में निगम का सर्वे भी चल रहा है। लेकिन इसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।
पानी की समस्या से निपटने के पुख्ता इंतजाम हैं। शहर में 52 टंकी और 1,052 बोर के माध्यम से पानी सप्लाई की जा रही है। आपात स्थिति से निपटने की व्यवस्था भी की गई है। समस्या आने पर तत्काल राहत देने हुए पानी सप्लाई बहाल की जाएगी।
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