सुपेबेड़ा में फिर मौत : किडनी की बीमारी से अब तक 78 लोगों की मौत

गरियाबंद 3 अप्रैल (वेदांत समाचार) सुपेबेड़ा में मौत का तांडव जारी है। सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी से 77 लोगों की मौत (DEATH) हो चुकी है। आज 47 साल के पुरंदर ने भी इसी बीमारी के चलते दम तोड़ दिया। पुरंदर की मौत के बाद मौत का आंकड़ा अब 78 तक जा पहुंचा है।

जानकारी के मुताबिक पुरंदर आडिल पिछले कई सालों से किडनी और लीवर की बीमारी (DEATH)  से जूझ रहे थे। उनका इलाज विशाखापट्टनम, गरियाबंद, रायपुर मेडिकल कॉलेज और रायपुर एम्स में हुआ था।बाद में तबीयत खराब हुई तो उन्हें रायपुर मेडिकल कॉलेज के डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। चार दिन पहले अस्पताल ने भी एम्स ले जाने की सलाह देकर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया।परिजन उन्हें घर लाना चाहते थे, वहां से सरकारी एंबुलेंस भी नहीं मिला।मजबूरी में एक निजी एम्बुलेंस से उन्हें घर लाए और शनिवार रात उनकी मौत हो गई। बीमारी की वजह से उनकी खेती प्रभावित हुई थी वहीं इलाज पर खर्च से उनकी आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ गई थी।

ग्रामीणों के मुताबिक करीब 2 हजार की आबादी वाले सुपेबेड़ा गांव में अभी भी 30 लोग किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। उनमें से दो लोगों की हालत बेहद गंभीर है। कई बच्चों में भी बीमारी के लक्षण दिखने लगे हैं। इस साल की शुरुआती तीन महीनों में ही कई मरीजों की मौत (DEATH) हुई है। ग्रामीणों ने इसे सामाजिक वजहों से तूल नहीं दिया। ग्रामीणों को लगता है कि इस बीमारी की बात बाहर फैली तो कोई उनके यहां बेटे-बेटी का रिश्ता नहीं करेगा।