साइकिल वितरण के लिए प्रिंसिपल ने व्हॉटस ग्रुप में भेजा मैसेज, 100-100 रूपये जमा कराने कहा, जबकि निशुल्क होता है वितरण

कांकेर: 3 अप्रैल (वेदांत समाचार) लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की सरस्वती साइकिल योजना में स्कूल प्रशासन ही पलीता लगाने में लगा हुआ है। जिस योजना में नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया जाता है, उसके लिए स्कूल प्रबंधन ने छात्राओं से 100-100 रुपए वसूल लिए। बाकायदा स्कूल के व्हॉट्सऐप ग्रुप में मैसेज कर रुपए जमा करने की चेतावनी दी गई। हालांकि मैसेज वायरल होने के बाद अब स्कूल प्रबंधन रुपए लौटा रहा है।

दरअसल, यह सारा मामला करप हाईस्कूल का है। यहां हितग्राही छात्राओं को योजना में नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया जाना था। इसके लिए स्कूल की 9वीं क्लास की छात्राओं के लिए बने व्हॉट्सऐप ग्रुप में प्रिसिंपल दुर्गा नेताम ने 22 मार्च को दोपहर करीब 1.11 मिनट पर मैसेज किया। इसमें कहा गया कि सभी छात्राएं 100-100 रुपए साइकिल के लिए जमा कर दें। सबका पैसा जमा होने पर ही साइकिल का वितरण किया जाएगा।

इसके बाद कई छात्राओं ने रकम स्कूल में जमा भी कर दी, पर मैसेज छात्राओं के व्हॉट्ऐप ग्रुप से बाहर आया तो हंगामा शुरू हो गया। बात बिगड़ती देख प्रिसिंपल ने आनन-फानन में रुपए बिना कुछ कहे लौटाना शुरू कर दिया। हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी। व्हॉट्सऐप पर मौजूद मैसेज को डिलीट करना संभव नहीं था। जिसके चलते लोगों ने स्क्रीन शॉट लेकर प्रिसिंपल के वसूली कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

वसूली के लिए छात्राओं पर ही दबाव व चेतावनी भी
प्राचार्य ने व्हॉट्सऐप ग्रुप में एक-एक कर तीन पोस्ट किए हैं। पहले पोस्ट में लिखा है कि सभी का पैसा जमा होने पर ही साइकिल वितरण किया जाएगा। जिन छात्राओं ने पैसा जमा नहीं किए हैं उन्हें जमा करने का बोलो। दूसरे पोस्ट में लिखा है कि अगर किसी एक का भी पैसा जमा नहीं हुआ तो गाड़ी वाला साइकिल नहीं लाएगा। तीसरे पोस्ट में ‘समझ गए’। हालांकि छात्राओं को स्कूल तक मुफ्त साइकिल दी जानी है, लेकिन वाहन वाले के नाम से वसूली की जा रही है।

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