नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime Minister Imran Khan) ने संसद को भंग करने की सिफारिश राष्ट्रपति से की है. उन्होंने अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को देश विरोधी ताकतों का षड़यंत्र करार देते हुए संसद को भंग करने का सुझाव दिया है और देश में नए चुनाव की मांग की है. इस बीच संसद में इमरान खान की सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भी खारिज हो गया. जिसके बाद इमरान खान के इस कदम के बारे में जानकारी सामने आई. इमरान खान की कोशिश है कि वो आम चुनाव के माध्यम से सीधे जनता से जनादेश हासिल करें और अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएं.
इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने को जनता की जीत बताया है. उन्होंने कहा कि वो फिर से जनता के बीच ही जाना चाहते हैं. उन्होंने राष्ट्रपति के पास संसद को भंग करने की सिफारिश वाली चिट्ठी भेज दी है.
बता दें कि इमरान खान की सरकार बच गई है. अविश्वास प्रस्ताव (No-trust Motion) को गैर-कानूनी बताते हुए डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी (Deputy Speaker Qasim Suri) ने उसे खारिज कर दिया है. विदेशी दखल के आरोपों के आधार पर अविश्वास प्रस्ताव को डिप्टी स्पीकर ने खारिज कर दिया. बता दें कि संसद में चल रही इस कार्यवाही में न तो इमरान खान पहुंचे थे, और न ही उनकी पार्टी के सांसद. खबरें आ रही हैं कि इमरान खान किसी भी वक्त देश की जनता को संबोधित कर सकते हैं. इसके लिए उन्होंने पाकिस्तान के सरकारी टीवी चैनल पीटीवी के पत्रकारों को अपने घर बुलाया है. इमरान खान आज फिर देश को संबोधित करेंगे.
पाकिस्तान की संसद में इमरान खान (Imran Khan) की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बीच डिप्टी स्पीकर ने सदन की कार्यवाही शुरू कराई. और अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया. हालांकि इससे पहले, हालांकि इमरान खान और उनकी पार्टी के सांसद सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए. इससे पहले, विपक्ष ने संसद के स्पीकर असद कैसर के खिलाफ 100 ज्यादा विपक्षी सांसदों के हस्ताक्षर के साथ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था. विपक्ष का आरोप है कि असद कैसर निष्पक्ष होकर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं. विपक्षी पार्टियों का मानना है कि कैसर निष्पक्ष होकर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते उन्हें भी संसद से हटा देना चाहिए. वहीं, पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने कहा, मुझे पीएमएल-एन के लोगों से सहानुभूति है. एक परिवार है जिसमें पिता कहता है कि वह पीएम बनना चाहता है और बेटा सीएम बनने का सपना देख रहा है. उन्हें कोई शर्म नहीं है. पाकिस्तान के लोग उनसे नफरत करते हैं.
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