रायपुर 3 अप्रैल (वेदांत समाचार)। खान-पान के स्वाद में सबसे अहम भूमिका निभावे नींबू मिर्ची के बढ़े दाम ने इन दिनों लोगों का जायका बिगाड़ दिया है। पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी के कारण हरी सब्जियों के भाव तो पहले ही बढ़ रहे थे। उस पर अब नींबू और मिर्च की आवक कम होने और डिमांड बढ़ने की वजह से दाम आसमान छूने लगे हैं। दुकान से लेकर घर तक बुरी नजर से बचाने के लिए नींबू-मिर्च लटकाने की प्रथा सदियों से चली आ रही है। लेकिन दूसरों को नजर से बचाने वाले नींबू-मिर्च को खुद ही महंगाई की नजर लग गई है।
बाजार में जो नींबू पहले 200-300 रुपए प्रति सैकड़ा मिल रहा था। वो लगभग तीन गुना बढ़कर अब 600-700 रुपए सैकड़ा पहुंच गया है। वहीं 30 से 40 रुपए किलो मिलने वाली मिर्च का भाव भी 70 से 80 रुपए किलों तक जा पहुंचा है।
बेमौसम बारिश से नींबू और मिर्च की फसल बड़ी मात्रा में बर्बाद हुई थी। ऐसे में आवक तो घट गई लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ मांग बढ़ती गई। नतीजा ये हुआ कि खुदरा बाजार में एक नींबू 10 से 12 रुपए में बिक रहा है।
नींबू मिर्च के अलावा आलू के दाम भी बढ़ सकते हैं। आलू कारोबारियों के मुताबिक इस बार आलू का उत्पादन लगभग 5% कम हुआ है। अभी सीजन की वजह से आलू सस्ता मिल रहा है लेकिन आने वाले दिनों में आलू के भाव भी तेजी से ऊपर जा सकते हैं। हालांकि राहत की खबर ये है कि इस साल प्याज का उत्पादन 17% बढ़ा है, जिससे उम्मीद है कि प्याज के दाम काबू में रहेंगे..जो नींबू-मिर्च के बढ़ी कीमतों पर मरहम लगा सकते हैं।
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