31 मार्च (वेदांत समाचार) पोहरी थाना क्षेत्र के ग्राम बेहटा मेँ खेत में लगे ट्यूबवेल के तारों पर बंदरों की उछल कूद पूर्व सरपंच को उस वक्त भारी पड़ गई जब खेत में खड़ी गेहूं की फसल शॉर्ट सर्किट से जलकर खाक हो गई। हालांकि इस दौरान खेतों में गेहूं की कटाई चल रही थी जिससे मजदूर और ग्रामीणों ने मिलकर जैसे तैसे आधा घंटे से अधिक समय में बमुश्किल ट्यूबवेल से पानी डालकर आग पर काबू पाया। इस आगजनी में पूर्व सरपंच रामेश्वर धाकड़ का 6 क्विंटल से अधिक गेहूं आग में जलकर खाक हो गया जिसमें हजारों के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
पोहरी नगर परिषद के ग्राम बेहटा के पूर्व सरपंच रामेश्वर धाकड़ सहित ग्रामीणों का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही तकरीबन एक सेँकडा ग्रामीण तत्काल मौके पर पहुंच गए वहीं 30-40 मजदूर पहले से ही खेतों में कटाई कर रहे थे। इस वजह से उन लोगों ने मिलकर ट्यूबवेल के पानी से खेत में लगी आग पर घंटे भर के भीतर ही काबू पा लिया नहीं तो खेत की मेड़ से ही तमाम खेत लगे हुए थे जहां सैकड़ों बीघा में गेहूं की फसल खड़ी हुई थी जो कि बड़े अग्निकांड की भेंट चढ़ने से बाल-बाल बच गई।
गर्मी का बढ़ रहा प्रकोप, फसलों पर खतरा
इस बार मार्च में ही मई-जून जैसी गर्मी का अहसास हो रहा है। गर्मी बढ़ते ही सूखी फसलों में आग भड़कने लगती है। पिछले वर्ष गर्मी के चलते माधव नेशनल पार्क में भी आग धधक गई थी। ग्रामीण अंचल में फायर बिग्रेड और अग्निशामक के पर्याप्त इंतजाम भी नहीं हैं। इसके चलते जंगलों और फसलों पर भी खतरा मंडरा रहा है।
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