विधानसभा सत्र : मार्शल ने भाजपा के 6 विधायकों को बाहर निकाला

नई दिल्ली 30 मार्च (वेदांत समाचार)। विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल के संबोधन में खलल डालने के लिए भाजपा विधायकों ने जमकर नारेबाजी और हंगामा किया। आप विधायकों ने कानून व्यवस्था और भाजपा ने सीसीटीवी कैमरों का मसला उठाया। दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को दो बार हंगामा हुआ। इस दौरान भाजपा के छह विधायकों को सदन से मार्शल आउट कर दिया गया।

सदन में पहले आम आदमी पार्टी के विधायकों ने दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था व केंद्र सरकार के विभागों से प्रश्नों का उत्तर नहीं मिलने पर हंगामा किया। इसके बाद भाजपा विधायकों ने दिल्ली सरकार पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के मामले में भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। वहीं, बजट पारित करने के दौरान मुख्यमंत्री के संबोधन में खलल डालने के लिए भाजपा विधायकों ने नारेबाजी की।

जंगपुरा से आप विधायक प्रवीण कुमार ने अपने क्षेत्र में एक किशोरी की चाकू घोंपकर की गई हत्या का जिक्र किया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के जरिए केंद्रीय गृह मंत्री से सवाल किया कि इस मामले में क्या कार्रवाई हुई है? उन्होंने कहा कि दिल्ली में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं। इस मामले में संबंधित विभाग से जवाब नहीं आने पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में सख्त टिप्पणी की। इसके बाद सदन में सत्ता पक्ष के सभी सदस्यों ने केंद्र सरकार की निंदा की।
इस बीच विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष सदन से वॉक आउट कर जाए। इस दौरान भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता व ओमप्रकाश शर्मा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने भाजपा विधायकों के क्षेत्र में सीसीटीवी लगाने की योजना रोक दी है। उनके शांत नहीं होने पर उन्हें सदन से दिनभर की कार्यवाही के लिए मार्शल आउट कर दिया गया।

विधानसभा अध्यक्ष ने उपराज्यपाल के एक आदेश का हवाला देते हुए बताया कि उसकी वजह से केंद्र सरकार के विभागों से सदन को जवाब नहीं मिलता है। इस आदेश ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया है। सदन के सदस्य कोई सवाल पूछता है तो जवाब नहीं मिलता। इसी तरह का आदेश अब चंडीगढ़ में भी लागू कर दिया गया है। इस मुद्दे पर सदन में चर्चा होनी चाहिए, क्योंकि उपराज्यपाल और केंद्र सरकार के आदेश से दिल्ली विधानसभा को अक्षम बनाया जा रहा है।

कश्मीरी पंडितों का मजाक उड़ाने का आरोप
विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बजट पर चर्चा के लिए खड़े हुए। इस दौरान भाजपा विधायक अजय महावर, अभय वर्मा, अनिल वाजपेयी और जितेंद्र महाजन ने उन पर कश्मीरी पंडितों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री माफी मांगो के नारे भी लगाए। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के चारों विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। इसके विरोध में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी इस मांग के समर्थन में सदन से वाकआउट कर दिया।

दुर्भावना से काम कर रही है सरकार : गुप्ता
भाजपा विधायकों ने सदन में कहा कि दिल्ली सरकार उन विधानसभा क्षेत्रों के खिलाफ दुर्भावना से काम कर रही है, जहां भाजपा के प्रतिनिधि हैं। विपक्ष के सवालों का जवाब देने के बजाय सरकार उनकी आवाज दबा रही है। पक्षपात करके सदन से बाहर ही नहीं, विधानसभा में भी लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। इस संबंध में भाजपा विधायकों ने दिल्ली के उपराज्यपाल से मिलकर शिकायत करने का निर्णय लिया है। सदन से मार्शल आउट होने के बाद भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता व ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि करदाताओं के पैसे का दिल्ली सरकार दुरुपयोग कर रही है। अगर दिल्ली सरकार ने अपना रवैया नहीं बदला तो क्षेत्र की जनता के हक में धरना देंगे। सदन में भाजपा विधायकों ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए राशि के वितरण पर तथ्य प्रस्तुत किए।

निंदा प्रस्ताव वापस लेने की मांग
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के खिलाफ विधानसभा में पास निंदा प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल से सदन में बिधूड़ी ने कहा कि आदेश गुप्ता के खिलाफ लाया गया निंदा प्रस्ताव गलत है।

मैं देश के लिए आखिरी सांस तक मेहनत करूंगा…
दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी दल के आरोपों का जवाब दिया। खुद और अपनी पार्टी को कट्टर देशभक्त बताते हुए देश के लिए कुछ भी कर गुजरने की बात कही।

केजरीवाल ने विपक्ष को कटघरे में भी खड़ा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिए देश सबसे ऊपर है। देश को बेहतर बनाने के लिए आखिरी सांस तक मेहनत करते रहेंगे। जरूरत पड़ने पर देश के लिए कुछ भी कर सकते हैं। अभी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान पार्टी के संबंध में स्थिति साफ की थी। पंजाब बॉर्डर स्टेट है। देश की सुरक्षा, बॉर्डर की सुरक्षा उनके लिए सर्वोपरि है। अगर बॉर्डर और देश की सुरक्षा का कोई भी मसला होगा तो अरविंद केजरीवाल और पंजाब की आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार के साथ खड़ी होगी। उनकी सरकार देश की सुरक्षा के साथ किसी तरह की राजनीति नहीं करेगी।

केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी कट्टर देशभक्त, ईमानदारी और इंसानियत के तीन स्तंभों पर खड़ी है। इसलिए हम रेड लाइट पर भीख मांगने वाले बच्चों के लिए 10 करोड़ रुपये में शानदार बोर्डिंग स्कूल बनाएंगे। सरकारी अस्पतालों में सभी इलाज फ्री कर दिया है। घर-घर राशन योजना को लागू करने के लिए वह सबके पैर पड़े, लेकिन इन लोगों ने करने नहीं दिया। ऊपर वाला एक खिड़की बंद करता है तो दस खोल देता है। दिल्ली में न सही, पंजाब में लागू करके दिखाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने रोजगार बजट पेश किया है। जब से रोजगार बजट पेश हुआ, तब से दिल्ली ही नहीं, देशभर के युवा खुश हैं कि कम से कम देश की दिशा इस तरफ तो बढ़ी।

पहली बार पेश किया रोजगार बजट
केजरीवाल ने कहा कि आज देश का आम आदमी खड़ा हो गया है। जब दिल्ली में हमारी सरकार बनी तो हमने स्कूल और अस्पताल अच्छे किए। सड़कें अच्छी की। बिजली मुफ्त कर दी और आपूर्ति 24 घंटे कर दी। पानी फ्री कर दिया और घर-घर पहुंचाया। यह बात पूरे देश में फैल गई। कामों को लेकर पूरे देश में एक उम्मीद जागी है। देश आजाद होने के समय से ही युवाओं की रोजगार की समस्या रही है। इसकी चर्चा चुनावी सभाओं में होती है। अब आजाद भारत के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि एक बजट केवल रोजगार के इर्द-गिर्द बनाया गया है। बच्चों को रोजगार देने और सबके घर में खुशहाली लाने के लिए बनाया गया है।

पहले सरकार मतलब होता था काम रोको
मुख्यमंत्री ने कहा कि 75 साल से देश में सरकार मतलब काम रोको, जनता को कुछ करने न दो, जनता के काम रोको था। पहली बार एक सरकार आई है, जो जनता के काम करने के लिए बनी है। इस देश में बहुत टैलेंट है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया स्कूलों के अंदर बिजनेस ब्लास्टर करा रहे हैं। इस दौरान टैलेंट निकलकर आ रहा है।

सभी पार्टियों और नेताओं ने देश को लूटा
केजरीवाल ने कहा कि सभी पार्टियों और नेताओं ने देश को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कॉमनवेल्थ गेम्स, 2 जी, कोयला, स्पेक्ट्रम, राफेल, सहारा बिड़ला, ताबूत घोटाला, व्यापक स्कैप, विजय माल्या को भगा दिया, ललीत गेट्स स्कैम, पनामा पेपर, यहां तक कि देश की डिफेंस को भी नहीं छोड़ा। जनता को बहुत ज्यादा तकलीफ होती है।