सुकमा में एक लाख की इनामी समेत दो नक्सलियों ने किया आत्‍मसमर्पण

सुकमा 29 मार्च (वेदांत समाचार) छत्‍तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति और जिला पुलिस सुकमा द्वारा चलाए जा रहे पुना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर एक लाख की इनामी समेत दो नक्सलियों ने मंगलवार को आत्मसमर्पण कर दिया। इनामी महिला नक्सली मुचाकी सुनिता पर एक लाख का इनाम था। जो कटेकल्याण एरिया कमेटी अंतर्गत रेंज केएएमएस स्तर पर सक्रिय रूप से काम कर रही थी।

इसी तरह पुरुष नक्सली मड़कम सोमा ओड़िसा स्टेट कमेटी अंतर्गत केकेबीएन डिवीजन में सीसी सुरक्षा में तैनात था। पुलिस अधिकारियों ने दोनो आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिये जाने की बात कही है। इस दौरान एएसपी आंजनेय वार्ष्णेय और सीआरपीएफ 223 वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी त्रिलोक नाथ सिंह और एसडीओपी सुकमा परमेश्वर तिलकवार मौजूद रहे।

आत्मसमर्पित पुरुष नक्सली ओडिशा स्टेट कमेटी अंतर्गत केकेबीएन डिवीजन में सीसी सुरक्षा में पूर्व में रहा कार्यरत

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि आत्मसमर्पित महिला नक्सली सुनिता वर्ष 2012 से कमेटी अंतर्गत डब्बा, गुडरा, चोलनार व करका चार पंचायतों की जिम्मेदारी संभाल रही थी। इसी प्रकार आत्मसमर्पित पुरुष नक्सली मडकम सोमा वर्ष 2017 दक्षिण बस्तर डिवीजन से रिक्रूटमेंट होकर वर्ष 2018 तक उड़ीसा स्टेट कमेटी अंतर्गत केकेबीएन डिवीजन कमेटी अंतर्गत सीसी भास्कर उर्फ मनोज की सुरक्षा गार्ड के पद पर तैनात रहा। वर्तमान में वापस दक्षिण बस्तर आकर गांव में जनमिलिशिया सदस्य के पद पर कार्य कर रहा था। पुरुष नक्सली को आत्मसमर्पण कराने में 223 वाहिनी सीआरपीएफ का विशेष सहयोग रहा। दोनों आत्मसमर्पित नक्सली क्षेत्र में घटित विभिन्न नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे हैं।

पुना नर्कोम का दिख रहा असर

जिला पुलिस द्वारा पुना नर्कोम यानी कि नई सुबह नई शुरुआत कार्यक्रम चला रही है जिसका असर देखने को मिल रहा है। पिछले कई महीनों से ये अभियान चल रहा है। कैंप खोले जा रहे है और सर्चिंग अभियान के साथ-साथ शासन की योजनाओ को पहुँचाने का काम किया जा रहा है।

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