आप भी है गुटने के दर्द से परेशान तो,करे ये योगासन…

आजकल लोगों के शरीर में जॉइंट पेन की समस्या आम बात हो गई है. इसके पीछे बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल और खानपान कारण हो सकते हैं, लेकिन कभी-कभी यह अन्य शारीरिक समस्याओं की वजह से भी हो सकता है. रिसर्च में कहा गया है कि अगर वजन अधिक बढ़ने लगे, तो इसका शरीर पर काफी बुरा असर पड़ता है. कई परेशानियां हमें घेर लेती हैं, जिनमें से एक जाइंट्स में पेन की समस्या भी है. बढ़े हुए वजन के कारण लोगों को अक्सर घुटनों में दर्द की शिकायत रहती है. वहीं बिगड़ी हुई जीवनशैली के कारण कभी-कभी घुटनों में टक-टक की आवाज भी आने लगती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक घुटनों में मौजूद ग्रीस के कम हो जाने के कारण ऐसा होता है. वैसे तो ये बुढ़ापे में तंग करने वाली समस्या है, लेकिन आजकल ये युवाओं को भी प्रभावित करने लगी है. इस परेशानी से निजात पाने के लिए आप डॉक्टर के अलावा घर पर भी उपाय कर सकते हैं. हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताएंगे, जिन्हें करके आप घुटनों के आने वाली इस आवाज को दूर कर सकते हैं. जानें इनके बारे में…

पद्मासन

बैठकर किए जाने वाले इस योगासन से रीढ़ और पैरों की हड्ढी को मजबूत बनाया जा सकता है. इसे एक तरह की ध्यान मुद्रा वाला आसन भी कहा जाता है. इसके दूसरे कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं, जैसे कि ये आपके दिमाग को शांत और आपके शरीर को आराम देता है. ये पाचन में मदद करता है. इसे करने के लिए आरामदायक मुद्रा में बैठें  और अपनी पीठ को सीधा करके आंखें बंद कर लें. अपनी हथेलियों को अपने घुटनों पर ऊपर की ओर रखें. सामान्य रूप से श्वास लें और श्वास छोड़ने पर ध्यान दें. जैसे ही आप सांस छोड़ते हैं, अपने पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ें और अपनी नाभि को रीढ़ की ओर अंदर की ओर खींचें.

बद्ध कोणासन

घुटनों और पैरों में आई कमजोरी को दूर करने में ये पोज काफी कारगर माना जाता है. ये एक तरह का बहुत आसान योगासन है और इसे किसी भी उम्र में किया जा सकता है. कहते हैं कि ये पोज काफी हद तक चाइल्ड पोज की तरह आपके शरीर को स्ट्रेच करता है. ये ब्लड सर्कुलेशन तंत्रिका तंत्र को आराम देता है और बेहतर सर्कुलेशन में मदद करता है. अन्य पोज की तरह ये भी शरीर में शांत भावनाओं को बढ़ाने के साथ-साथ फोकस में वृद्धि करने में भी मदद करता है.

वीरासन

कहते हैं ये योगासन शरीर में मौजूद भारीपन को दूर करने में सक्षम होता है. इस योग को करने से पैरों में मजबूती तो आती है, साथ ही इससे शरीर का पिछला हिस्सा संतुलित रहता है.  जिस योग में सांस खींचने आवश्यक होता है, वो हाई बीपी वालों को राहत देने में कारगर माना जाता है. इससे नर्वस सिस्टम भी ठीक रहा है और तनाव भी कम होता है. इसे करने के लिए जमीन पर घुटनों के बल बैठें और फिर दोनों हाथों को घुटनों पर रखें. अब एड़ियों पर हिप्स को रखें और नाभि को अंदर की ओर खीचें. करीब 30 सेकेंड तक करें और फिर 1 मिनट बाद ऐसा करें. इसे दिन में करीब 4 से 5 मिनट तक करें.

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