पथरी के इलाज के लिए जल्द ही सर्जरी अंतिम विकल्प नहीं होगा. ध्वनि की तरंगों से भी किडनी में पथरी (Stones in Kidney) का इलाज किया जा सकेगा. यह दावा सिएटल की वाशिंगटन यूनिवर्सिटी (University of Washington) के शोधकर्ताओं ने किया है. शोधकर्ताओं ने स्टोन के इलाज का ऐसा तरीका विकसित किया है जिससे पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा जा सकेगा. इसका नाम है बर्स्ट वेव लिथेट्रिप्सी (BWL). इलाज के इस तरीके की मदद से पथरी को इतने छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाएगा कि ये आसानी से शरीर से बाहर निकल जाएंगे. इस तरह पथरी का इलाज आसानी से हो सकेगा.
कितना अलग है नया ट्रीटमेंट?
शोधकर्ताओं का कहना है कि इलाज के इस तरीके को आम भाषा में साउंड वेव ट्रीटमेंट भी कहते हैं. इस तरीके से किए जाने वाले इलाज में 10 मिनट लगते हैं. साउंड वेव ट्रीटमेंट कितना असरदार है, इसकी जांच के लिए शोधकर्ताओं ने 19 ऐसे मरीजों को चुना जिनमें कुल 25 स्टोन थे. हर मरीज का इलाज इसी साउंड वेव से किया गया. इलाज के दौरान सामने आया कि ध्वनि की तरंगें पथरी पर अपना असर डालती हैं और ये उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देती है. रिसर्च के दौरान यह ट्रीटमेंट असरदार साबित हुआ.
कितना असरदार है इलाज का यह तरीका
जर्नल ऑफ यूरोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक, इलाज का यह तरीका सर्जरी के मुकाबले काफी सरल और बेहतर है. शोधकर्ताओं का दावा है कि इस ट्रीटमेंट से पथरी के 90 फीसदी तक के हिस्से के टुकड़े किए जा सकते हैं. इन टुकड़ों को नाममात्र के दर्द के साथ शरीर से बाहर निकाला जा सकता है. अब तक इस ट्रीटमेंट का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर इलाज का यह तरीका दुनियाभर में स्वीकार किया जाता है पथरी के मरीजों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है.
कैसे बनती है पथरी और किनमें खतरा ज्यादा?
अमेरिका की 10 फीसदी आबादी हर साल पथरी की समस्या से जूझती है. पथरी की स्थिति तब बनती है जब किडनी में मिनिरल्स जमा हो जाते हैं और ये सख्त होने लगते हैं. नतीजा, ये खतरनाक दर्द की वजह बनते हैं. पथरी के मामले उन लोगों में अधिक सामने आते हैं जो मोटापे से जूझ रहे हैं, पानी कम मात्रा में पीते हैं, खानपान में पर्याप्त पोषक तत्व नहीं लेते. पथरी होने के खतरे को घटाने के लिए इन तीन बातों का ध्यान जरूर रखें.
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