बिलासपुर 25 मार्च (वेदांत समाचार) सिम्स से निकलने वाले दूषित पानी को अरपा नदी में जाने से रोकने के लिए इनफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट(200 केएलडी) का निर्माण शुरू कर दिया गया है। इसके माध्यम से अरपा नदी का पानी दूषित होने से बच सकेगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अरपा नदी में पानी लाने की कवायद चल रही है। इसके तहत अरपा नदी में दूषित पानी जाने से रोकने के लिए दोनों ओर नाली का निर्माण जारी है।
वहीं संभाग के सबसे बड़े अस्पताल सिम्स से रोजाना हजारों लीटर दूषित पानी निकलता है, जो सीधे अरपा नदी में मिलता है। वहीं इस पानी को भी रोकना जरूरी है। इसे देखते हुए सिम्स प्रबंधन भी इनफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण करवा रहा है। इसका काम भी चालू हो चुका है। इसके माध्यम से दूषित पानी को साफ कर छोड़ा जाएगा। इससे अरपा नदी का संवर्धन हो सकेगा। मालूम हो कि सिम्स के दूषित पानी में विभिन्न प्रकार की बीमारियों के वायरस सक्रिय होने की आशंका रहती है, जो संक्रमित बीमारी को फैला सकते हैं। वैसे भी कोरोना काल आने के बाद से किसी भी प्रकार के वायरस के फैलाव को रोकने की कोशिश की जा रही है। इसी के तहत भी सिम्स प्रबंधन ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण का निर्णय लिया है।
59 लाख 53 हजार आएगा खर्च
इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को तैयार करने में 59 लाख 53 हजार का खर्च आएगा। प्लांट के लिए एमआरडी हाल के पास की जगह को चयनित कर बनाया जा रहा है। जहां पर पूरे सिम्स का पानी नालियों के माध्यम से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचेगा। जहां से पानी को साफ कर नदी में छोड़ा जाएगा।
साढ़े तीन माह में किया जाएगा पूरा
सिम्स के एमएस डाक्टर नीरज शेंडे ने बताया कि प्लांट का काम शुरू कर दिया गया है। इसके निर्माण के लिए साढ़े तीन महीने का समय दिया गया है। निर्माण तय समय पर पूरा किया जाएगा। प्लांट के लिए दो टैंक लगाया जा रहा है, जिसमें पानी को साफ कर दूसरे टैंक के माध्यम से छोड़ा जाएगा।
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