रायपुर 25 मार्च (वेदांत समाचार)। उच्च शिक्षा विभाग के उप सचिव समरेंद्र सिंह से जालसाजों ने एक लाख रुपये ठग लिए। ठग ने उन्हें हरिद्वार में घुटने का इलाज का झांसा दिया और पैसे वसूल लिए। उप सचिव को अलग-अलग प्रोसेस के नाम पर पैसे ट्रांसफर करने को कहा गया। उन्होंने पैसे ट्रांसफर भी कर दिए। जालसाजी का पता चलने के बाद उन्होंने डीडी नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पुलिस के अनुसार डीडी नगर स्थित शांति लीना सदन कंचनगंगा फेस-2 निवासी समरेंद्र सिंह से ठगी हुई है। वे अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी सिंह के घुटने का इलाज कराने के लिए योग ग्राम हरिद्वार जाने की तैयारी कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने वहां के होटलों में बुकिंग के लिए आनलाइन सर्च किया। इंटरनेट सर्च के बाद उन्होंने दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। नंबर पर फोन रिसीव करने वाले ने अपना नाम सचिन अग्रवाल बताया।
उसने पूरी जानकारी लेने के बाद आश्रम में इलाज का पूरा इंतजाम करा देंगे। बुकिंग से लेकर सारी जिम्मेदारी होटल से ही करने का आश्वासन दिया गया। उसके बाद छह मई से कमरा बुक कराने और इलाज के लिए धरोहर राशि 25, 500 रुपये जमा करने को कहा। उन्होंने जमा कर दी। जमा करने के एवज में आनलाइन रसीद भी दी गई। इससे उन्हें विश्वास हो गया कि पैसे सही जगह जमा हो गए हैं।
कुछ दिनों बाद उन्हें फिर काल आया कहा गया कि योगग्राम कक्ष की नई दर लागू हो गई है। उन्हें कुछ पैसे और जमा करने होंगे। ऐसा कहकर उनसे 15000 और जमा करवाए गए। इस तरह से इलाज पैकेज के लिए एक लाख पांच हजार रुपये जमा करने के बाद भी उन्हें कमरा आवंटन करने का पत्र नहीं दिया गया। उन्होंने इसके लिए कई बार फोन भी किया हर बार कोई ना कोई बहाना कर टाल दिया गया।
उन्हें शक हुआ उन्होंने पतंजलि आश्रम से फोन पर संपर्क किया, तो वहां से लोगों ने किसी भी तरह की बुकिंग से इंकार किया। उन्होंने बताया कि आश्रम की ओर से इस तरह की कोई भी व्यवस्था नहीं की जाती है। इस पर उन्होंने फोन करने वाले से पैसे वापस मांगे तो रकम वापस करने से इंकार कर दिया। तब उन्हें पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई।
[metaslider id="347522"]