बीजापुर। 24 मार्च (वेदांत समाचार) छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली गंगालूर बाजार से एक आत्मसमर्पित नक्सली चन्नूराम माड़वी (26) को मंगलवार की दोपहर तीन बजे उठाकर ले गए। जानकारी के मुताबिक तीन माह पहले ही भैरमगढ़ इलाके में जनमिलिशिया सदस्य के रूप में काम करने के बाद आत्मसमर्पण किया था। पत्नी पाण्डे माड़वी ने नक्सलियों ने उनके पति को छोड़ने की अपील की है।
पत्नी पाण्डे ने कहा- उन्होंने संगठन को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। उनके चार छोटे बच्चे हैं। मिरतूर थाना क्षेत्र के जप्पेमरका गांव के निवासी चन्नूराम मिलिशिया से किनारा करने के बाद हैदराबाद चला गया था। वहां से वह तीन माह पहले आया और उसने गांव के सहायक आरक्षकों के समझाने पर आत्मसमर्पण कर दिया।
मामा बामन पोड़ियामी ने बताया कि नक्सलियों ने जप्पेमरका में उन्हें मुखबिरी के शक में मारने का प्रयास किया था। दो हफ्ते पहले ही वे जप्पेमरका से यहां आए। मैं और मोटू कुड़ामी यहां से दोपहर 12 बजे गंगालूर के लिए निकले थे। वहां चावल लेने के बाद जब वे बाजार गए, तो वहां दस से बारह नक्सली मौजूद थे। वे चन्नूराम को लादकर ले गए। नक्सलियों के हाथों में चाकू के अलावा अन्य हथियार थे। इस वजह से वे चन्नू को बचा नहीं सके।वह उनमें से कुछ नक्सलियों को जानता है। इनमें मुद्दा कड़ती, दुग्गी माड़वी व विष्णु माड़वी के अलावा कुछ अन्य नक्सली थे।
चन्नूराम की पत्नी पाण्डे माड़वी ने कहा कि तीन पुत्र और एक पुत्री हैं। उनका परिवार फिलहाल यहां के शांतिनगर में रहता है। नक्सलियों के चलते अपने गांव में नहीं जाते हैं। रिश्ते में मामा बामन पोड़ियामी और मोटू कुड़ामी भी जप्पेमरका छोड़कर यहां शांतिनगर में साथ में रहते हैं।
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