चिटफंड में डूबी रकम वापसी की कवायद,कंपनी की संपत्ति बेचकर जुटाए हैं 4.14 करोड़

रायपुर 23 मार्च (वेदांत समाचार) चिटफंड कंपनियों में डूब चुकी निवेशकों की रकम वापसी की कवायद तेज हुई है। रायपुर जिला प्रशासन ने पिछले दिनों एक चिटफंड कंपनी देवयानी प्रॉपर्टीज की संपत्ति नीलाम कर 4 करोड़ 14 लाख 92 हजार 500 की रकम जुटाई है। अब यह रकम निवेशकों में बांटी जानी है। इसके लिए निवेशकों से न्याय के नाम से नया वेब लिंक बनाकर ऑनलाइन दस्तावेज मांगे जा रहे हैं।

अधिकारियों ने बताया, प्रशासन ने पिछले साल पांच अगस्त से 20 अगस्त तक अभियान चलाकर आवेदन लिए थे। यह आवेदन तहसीलों के जरिए लिए गए थे। आवेदनों के परीक्षण के बाद यह देखा गया है, उसमें कई प्रकार की जरूरी जानकारियों का अभाव है। आवेदन अपूर्ण है और जरूरी दस्तावेज विशेषकर रसीद नहीं लगाई गई है। जिला प्रशासन ने इन सभी कमियों को दूर करने और निवेंशकों से ही जानकारी लेने के लिए निवेशक न्याय बेव लिंक जारी किया है। इस वेब लिंक के माध्यम से निवेशकों से सही और वांछित जानकारी देने तथा दस्तावेज अपलोड करने को कहा है।

तो अगर आपकी भी रकम चिटफंड में डूबी है तो आप जिला प्रशासन के वेब लिंक https://niveshaknyay.com पर जाकर जरूरी दस्तावेज अपडेट कर सकते हैं। इसी के आधार पर प्रशासन कंपनी की संपत्ति नीलाम कर इकट्‌ठा की गई धनराशि का वितरण करेगी। यह रकम सीधे निवेशकों के बैंक खाते में जानी है। अधिकारियों ने बताया, देवयानी प्रॉपर्टीज के 20 हजार 655 निवेशकों ने फार्म भरकर आवेदन किए थे। उनमें से करीब 11 हजार लोग वेबलिंक के जरिए प्रशासन को अपनी जानकारी उपलब्ध करा चुके हैं।

वेब लिंक पर यह जानकारी देनी होगी

इस लिंक के पहले पेज पर निवेशक को अपना पूरा नाम भरना है। इसमें वही मोबाइल नंबर भरना होगा जो तहसील कार्यालय में जमा आवेदन में भरा गया है। इसके बाद निवेशक का पूरा पता एवं जिला भरना है। इसके बाद जमा की गई कुल रकम की जानकारी एवं जमा की गई रकम की जितनी भी रसीद अपलोड करनी है। अपलोड करने के लिए दस्तावेजों की पीडीएफ कॉपी बनाना होगा। इसके बाद निवेश की गई रकम की कुल परिपक्वता राशि जिसका बॉन्ड मिला है वो भरना है। बॉन्ड की पीडीएफ फाइल भी लिंक में अपलोड करना है। उसके बाद जिस बैंक में निवेशक का खाता है उसका नाम, उसका आईएफएससी कोड और खाता नंबर भरना है। इसके साथ ही बैंक पासबुक के पहले पेज की फोटो अपलोड करना है। पासबुक के इस पेज में आपका नाम, बैंक का नाम, आईएफएससी कोड और खाता संख्या साफ-साफ दिखना जरूरी है।

जनवरी में नीलाम हुई थी देवयानी की संपत्तियां

अदालत का आदेश मिलने के बाद रायपुर जिला प्रशासन ने जनवरी 2022 में देवयानी प्रॉपर्टीज की संपत्तियां नीलाम की। राजधानी में यह पहला अवसर था जब किसी चिटफंड कंपनी की जमीन नीलाम की गई। देवयानी कंपनी की अमलीडीह में स्थित 1.30 करोड़ की जमीन नीलामी के बाद 4 करोड़ 14 लाख 92 हजार 500 रुपए में बिकी। अमलीडीह के मुख्य इलाके में मौजूद 34 हजार 875 वर्गफीट जमीन के लिए सबसे ज्यादा 15 लोगों ने बोली लगाई।

रायपुर में ही 15 कंपनियों की संपत्ति नीलाम हाेगी

अधिकारियों ने बताया, रायपुर में 15 और चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की नीलामी की प्रक्रिया चल रही है। 17 कंपनियों की संपत्ति की पहचान हुई थी। जिसमें से देवयानी प्रॉपर्टी और शुष्क इंडिया की संपत्ति नीलाम हुई है। देवयानी प्रॉपर्टी प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति की नीलामी से 4 करोड़ 14 लाख 92 हजार 500 रुपए मिले हैं। यह रकम बैंक ड्राफ्ट के रूप में कलेक्ट्रेट की नजारत शाखा में जमा हैं। शुष्क इंडिया कंपनी की संपत्ति कुर्की से मिली 6 लाख 45 हजार रुपए की राशि दुर्ग जिले निवेशकों को लौटाने के लिए कलेक्टर दुर्ग को दी जा चुकी है।

इन कंपनियों पर होनी है कार्रवाई

रायपुर जिले में निर्मल इंफ्रा होम कॉर्पोरेशन लिमिटेड भोपाल, गुरूकृपा इंफ्रा रियेल्टी इं. लिमिटेड, गोल्ड की इंफ्रावेंचर लि. एवं डेसीड बेनीफिट एंड लिमिटेड, गोल्ड रियल स्टेट एलाईड लिमि. और आरोग्य धनवर्षा डेवलपर्स प्रा. लिमिटेड चिटफंड कंपनियों की अब तक ज्ञात संपत्तियों की नीलामी की कार्रवाई जारी है। सन शाइन इंफ्राबिल्ड चिटफंड कंपनी की संपत्तियों की नीलामी पर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्युनल नई दिल्ली ने रोक लगा दी है। वहीं किम इंफ्रा एवं डेवलपर्स लिमिटेड, नेक्टर कमर्शियल स्टेट लिमिटेड, माईको फाण्लि. कंपनी और आरोग्य धनवर्षा डेवलपर्स प्रा. लि. कंपनी की संपत्तियों की कुर्की के लिए जिला एवं सत्र न्यायालय विशेष न्यायाधीश के यहां मामला चल रहा है। चिटफंड कंपनी एसपीएनजे लैण्ड डेवलपर्स, बीएनपी इंडिया, साई प्रकाश प्रापर्टी डेवलपर्स लिमिटेड का मामला भी अदालतों में है।