22 मार्च (वेदांत समाचार) न्यूजीलैंड में महिला विश्व कप (ICC Women World Cup) चल रहा है. भारतीय टीम (Indian Women Cricket Team) भी खिताब की रेस में है. आज टीम इंडिया का मुकाबला बांग्लादेश (Bangladesh Women Cricket Team) से था. सेमीफाइनल की रेस में बने रहने के लिए भारतीय टीम के लिए जीत बहुत जरूरी थी. बताते चलें कि भारतीय टीम ने अभी तक महिला विश्व कप का खिताब नहीं जीता है. खैर, भारत ने टॉस जीता और बांग्लादेश के खिलाफ पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही. बगैर किसी नुकसान के टीम ने स्कोरबोर्ड पर पचास से ज्यादा रन जोड़ लिए थे. लेकिन अचानक 74 के स्कोर पर टीम इंडिया हिल गई. एक के बाद एक तीन बड़े विकेट 74 के स्कोर पर ही गिर गए. सबसे पहले स्मृति मांधना 30 रन के निजी स्कोर पर आउट हुईं. उसके अगले ही ओवर में 42 के स्कोर पर शेफाली वर्मा का विकेट गिर गया. पूरे टूर्नामेंट में आउट ऑफ फॉर्म चल रही मिताली राज के बल्ले ने एक बार फिर निराश किया. वो बगैर खाता खोले ही पवेलियन लौट गईं.
अचानक भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गई. हरमनप्रीत कौर भी 14 रन बनाकर आउट हो गईं. वो तो भला हो निचले मध्यक्रम का, जिसमें विकेटकीपर ऋचा घोष ने 26 और स्नेह राना ने 27 रन बनाकर भारत के स्कोर को 229 रन तक पहुंचा दिया. बांग्लादेश के सामने 230 रन का लक्ष्य था. ये स्कोर इतना बड़ा नहीं था कि भारतीय टीम की जीत का भरोसा हो जाए. क्रिकेट फैंस को 2007 विश्व कप की यादें ताजा होने लगीं जब बांग्लादेश से हार के बाद भारत को टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था. महिलाओं के मैच के दौरान कॉमेंट्री कर रहे एक्सपर्ट्स ने भी ये डर जाहिर करना शुरू कर दिया कि कहीं भारत को हार का सामना न करना पड़े.
भारतीय क्रिकेट का काला दिन
वो भारतीय क्रिकेट का काला दिन था. तारीख थी 17 मार्च 2007. राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के कप्तान हुआ करते थे. टीम में खींचतान की खबरें आ रही थीं. राहुल द्रविड़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. भारत की शुरुआत खराब रही. स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 6 रन थे जब वीरेंद्र सहवाग पवेलियन लौट गए. इसके बाद रॉबिन उथप्पा 9, सचिन तेंडुलकर 7 और राहुल द्रविड़ खुद 14 रन बनाकर आउट हो गए. स्कोरबोर्ड पर 74 रन जुड़े थे जब भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर साफ हो चुका था. सौरव गांगुली के 66 और मध्यक्रम में युवराज सिंह के 47 रन की बदौलत भारत ने कुल 191 रन जोड़े. मशरफे मोर्तजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट लिए थे.
इसके बाद भारतीय गेंदबाजी भी फीकी रही. बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की. उन्होंने शानदार अर्धशतक लगाया. 51 रन की उनकी पारी में 7 चौके और 2 छक्के थे. जहीर खान जैसे अनुभवी गेंदबाज की उन्होंने जमकर धुनाई की थी. नतीजा बांग्लादेश ने पांच विकेट से भारत को हरा दिया. बाद में भारतीय टीम को श्रीलंका के खिलाफ भी हार का सामना करना पड़ा और भारत टूर्नामेंट से बाहर हो गया.
इस बार गेंदबाजों ने बचाई साख
आज महिला विश्व कप में बड़ा फर्क भारतीय गेंदबाजों ने पैदा किया. 230 रन का लक्ष्य बड़ा नहीं था- लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का अनुशासन दिखाया. राजेश्वरी गायकवाड़ ने बांग्लादेश को पहला झटका दिया. उस वक्त बांग्लादेश का स्कोर था 12 रन. इसके बाद 35 रन तक पहुंचते पहुंचते भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश की आधी टीम को समेट दिया. अब जीत पक्की थी. बस जीत का अंतर देखना था. शरमीन अख्तर के बाद फरजाना हक, निगार सुल्ताना, मुर्शिदा खातून और रूमाना अहमद के आउट होने के बाद भारतीय टीम की जीत पक्की थी.
आखिरकार 41वें ओवर में बांग्लादेश का संघर्ष जवाब दे गया. भारत ने 110 रन के बड़े अंतर से जीत हासिल की. भारत के खाते में अब 6 अंक हैं. प्वाइंट टेबल में वो तीसरे पायदान पर है. भारतीय टीम का अगला मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से है. सेमीफाइनल की तस्वीर तब तक और ज्यादा साफ हो जाएगी.
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