विधानसभा में जब मंत्री टीएस सिंहदेव बोले- मुख्यमंत्री को बताकर ही जाता हूं दिल्ली

रायपुर 22 मार्च (वेदांत समाचार)।  छत्‍तीसगढ़ विधानसभा में चर्चा के दौरान भाजपा के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के दिल्ली दौरे पर चुटकी ली। इस पर सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री को बताकर और उनकी अनुमति लेकर ही दिल्ली जाता हूं, आना-जाना लगा रहेगा। इस पर भाजपा के अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा ने कहा कि अभी दिल्ली में आयोजनों का माहौल नहीं है। इसके उत्तर में सिंहदेव ने हंसते हुए कहा कि कहा बन रहा है। इससे पहले चंद्राकर ने सिंहदेव को अवसादग्रस्त बताते हुए कहा कि लगता है आपने अपने शस्त्र तुलसी चवरा में चढ़ा दिया है या शस्त्रागार में रख दिया है। इस पर सिंहदेव ने कहा, प्रतिवर्ष दशहरा के दिन शस्त्र पूजा करता हूं, लेकिन वह क्षेत्र की रक्षा के लिए होता है किसी पर वार करने के लिए नहीं।

घोषणा पत्र में किए हर वादे को पूरा करेंगे: सिंहदेव

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने विभागीय अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि चुनावी घोषणा पत्र की कई बातों को पिछले तीन वर्षों में लागू किया गया है। जो रह गया है उन्हें आने वाले समय में लागू करेंगे। इन्हें पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि डा. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत बीपीएल राशन कार्डधारी परिवारों को सालाना पांच लाख रुपये तक के निश्शुल्क इलाज की पात्रता प्रदान कर इसके दायरे में आने वाले परिवारों की संख्या बढ़ाई गई है।

20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन- तीन करोड़ 85 लाख 25 हजार

बता दें कि सिंहदेव कांग्रेस की घोषणा समिति के अध्यक्ष थे। इसी वजह से उनके विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया। सिंहदेव ने विभागीय अनुदान मांगों पर चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार सुधार हो रहा है। कोरोना काल को छोड़कर वित्तीय वर्ष 2021-22 में ओपीडी इलाज के लिए प्रदेशभर में दो करोड़ 22 लाख पंजीयन हुए हैं।

वहीं आइपीडी में औसतन प्रति माह 3,580 पंजीयन हुए हैं। कोरोना के इलाज के लिए अस्पतालों में व्यापक व्यवस्थाएं की गई थीं। सभी जिला अस्पतालों में आक्सीजन सुविधा वाले 100-100 बिस्तरों के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी आक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों का इंतजाम किया गया था। मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्रदेश में तेजी से आक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की गई। आज प्रदेश में 107 पीएसए आक्सीजन संयंत्र हैं।